सार
हाईप्राफाइल ड्रग केस में फंसे बालीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को आखिरकार एनसीबी ने क्लीन चिट दे दिया है। एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे की टीम के सारे दावे और जांच गलत साबित हुए। दरअसल, समीर वानखेडे की टीम की पांच अनियमितताएं इस हाइप्रोफाइल केस की हवा निकाल दी।
मुंबई। बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान (Bollywood Super star Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को ड्रग-ऑन-क्रूज केस (Drug on Cruise case) में एनसीबी (NCB) ने शुक्रवार को बरी कर दिया। आर्यन खान को इस चर्चित केस में गिरफ्तार किया गया था और उनको काफी दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। इस मामले में एनसीबी के तत्कालीन जोनल डॉयरेक्टर समीर वानखेडे पर अनियमितता बरतने और द्वेषवश कार्रवाई का आरोप लगा था। इस हाइप्रोफाइल केस में आर्यन खान को क्लीनचिट मिलने के बाद जांच टीम द्वारा बरती गई अनियमितताओं की बात होने लगी है जिस वजह से शाहरुख के बेटे का बरी होना सुनिश्चित हो सका।
आईए जानते हैं समीर वानखेडे की जांच टीम की अनियमितताओं की वह पांच प्वाइंट्स जिसकी वजह से शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्लीन चिट मिला है...
- तलाशी अभियान की कोई वीडियोग्राफी नहीं कराई गई थी। जबकि ऐसे केसेस में यह स्टैंडर्ड प्रैक्टिस है, जिसका एनसीबी हमेशा से पालन करती है।
- आर्यन खान का फोन जब्त करने में भी चूक हुई थी। अरबाज मर्चेंट द्वारा उसी क्रूज पर यात्रा कर रहे, आर्यन खान के ड्रग्स की खरीद और कब्जे में शामिल होने के बारे में दृढ़ता से इनकार करने के बावजूद, जांच अधिकारी ने सुपरस्टार के बेटे के मोबाइल फोन को औपचारिक रूप से जब्त किए बिना आर्यन के व्हाट्सएप चैट को सबूत के तौर पर देखना शुरू कर दिया। चैट्स उसे इस केस से नहीं जोड़ती हैं।
- आर्यन खान ने ड्रग्स लिया था या नहीं। इसको साबित करने के लिए उसका कोई मेडिकल परीक्षण नहीं किया गया था।
- आर्यन खान ड्रग केस के तीन गवाह मुकर गए। गवाह ने विशेष जांच दल (एसआईटी) को सूचित किया कि उसे कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था। दो गवाहों ने एसआईटी को बताया कि वे उस स्थान पर मौजूद भी नहीं थे।
- आर्यन खान पर कोई ड्रग्स नहीं मिला। जांच दल ने फिर भी सभी आरोपियों को एक साथ मिला दिया गया और सभी के खिलाफ समान आरोप लगाए गए।
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