रहमान ने कहा- मुझे लगता है कि बच्चों को उस तरीके से पाले, जिसमें उन्हें हमारी समस्याओं और परेशानियों के बारे में बता हो। उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि उन्हें अच्छा और बुरा हमसे विरासत में मिला है और जो है यही है। वे अपनी मर्जी का करने के लिए स्वतंत्र है। उसके बाद मैंने अपनी बेटी से इस बारे में पूछा, तो उसने कहा, नहीं डैडी, मैं जवाब दे चुकी।