- Home
- Auto
- Automobile News
- नहीं थी Lamborghini खरीदने की औकात तो कबाड़ से बनाया जुगाड़, बाइक के इंजन से दौड़ती है कार
नहीं थी Lamborghini खरीदने की औकात तो कबाड़ से बनाया जुगाड़, बाइक के इंजन से दौड़ती है कार
- FB
- TW
- Linkdin
भारत में लोग जुगाड़ करने में एक्सपर्ट हैं। यहां आपको कई जगहों पर कार मोडिफिकेशन सेंटर मिल जाएंगे। अब यूट्यूब पर लेम्बोर्गिनी का जुगाड़ू मॉडल वायरल हो रहा है। इसे कबाड़ से बनाया गया है।
कार को बनाने का श्रेय जाता है केरल के इडुक्की में रहने वाले अनस को। उन्होंने इस कार को पूरी तरह से हाथों से बनाया गया है। इस वजह से ये हर जगह से कहीं ना कहीं पिचकी हुई है। दूर से देखने पर ही इसकी अनफिनिशिंग नजर आ जाती है। कार कहीं से भी स्मूथ नजर नहीं आती है।
इसे बनाने वाले ने कार को हरा रंग देने के लिए इसे ग्रीन कलर के पोस्टर से ढंक दिया है। प्लास्टिक के पोस्टर को चिपकाए जाने से ये लेम्बोर्गिनी के अन्य रेप्लिका से अलग नजर आता है। इसके सारे बाहरी पैनल फ्लेक्स बैनर से बनाए गए हैं।
लेम्बोर्गिनी के हेडलाइट से लेकर एयर डक्ट सबकुछ हाथ से बनाया गया है। कार को देखने से ही पता चलता है कि इसे हाथों से बनाया गया है। अनस को बचपन से कार का काफी शौक था और वो लंबे समय से कार बनाने की योजना बना रहे थे। ऐसे में उन्होंने लेम्बोर्गिनी बनाने के लिए कबाड़ की चीजों का इस्तेमाल करने का फैसला किया।
अनस ने कार में उन चीजों का प्रयोग किया जिसे लोगों ने फेंक दिया था। इस जुगाड़ू लेम्बोर्गिनी के टायर मारुती 800 से बनाए गए हैं। गैराज में मौजूद पुराने कार की टायर को जुगाड़ू लेम्बोर्गिनी में लगाया गया। अनस ने इसे पूरी तरह ओरिजनल लेम्बोर्गिनी बनाने की कोशिश में इसका इंजन पीछे की तरफ ही लगाया है।
ओरिजनल लेम्बोर्गिनी की तरह इसमें भी एकग्लास टॉप है। अब बात करते हैं इसके इंजन की। इसके इंजन में हीरो ग्लैमर बाइक का इंजन लगाया गया है। साथ ही फ्यूल फिलर कैप को पुराने प्लास्टिक कैन से बनाया गया है।
कार की वायरिंग, लाइट्स और सारे इलेक्ट्रॉनिक्स अनस ने हाथों से ही फिट किये हैं। इसे बनाने का आइडिया तो अनस का था लेकिन उन्होंने इस आइडिया को यूट्यूब से देखकर सीखा। अनस ने कार में पॉवर विंडो स्विच, म्यूजिक सिस्टम, रिवर्स और फ्रंट व्यू कैमरा और एक स्पीडो मीटर लगाया गया है।
कार के डैशबोर्ड को भी कबाड़ से तैयार किया गया है। कार में चार गियर्स हैं साथ ही एक रिवर्स गियर भी है। कार में साउंड सिस्टम भी लगाया गया है। डैशबोर्ड के सभी उपकरण कंट्रोल सिस्टम में लगाए गए हैं।
कार ओरिजनल लेम्बोर्गिनी से काफी छोटी है। इसमें हीरो ग्लैमर का 125 सीसी का इंजन लगाया गया है। कार में दो लोगों के बैठने की जगह है। साथ ही इसमें अंदर-बाहर जाने में भी मशक्कत करनी पड़ती है।