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'देवदास' पर लगा था अंडरवर्ल्ड से फाइनेंस होने का आरोप, 16 महीने जेल में बिताकर आया था फिल्म से जुड़ा यह शख्स
एंटरटेनमेंट डेस्क. 20 साल पहले आज ही दिन संजय लीला भंसाली की वो फिल्म रिलीज हुई थी जिसे आज भी मास्टर पीस माना जाता है। यह फिल्म थी शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय बच्चन और माधुरी दीक्षित स्टारर 'देवदास'। चाहे फिल्म के गाने हों या भव्य सेट, कलाकारों के कॉस्ट्यूम हों या म्यूजिक। भसांली ने इसे हर तरफ से परफेक्ट बनाया था। चलिए आज 'देवदास' के 20 साल पूरे होने पर जानते हैं उस दौर की इस सबसे महंगी फिल्म से जुड़े कुछ किस्से..
| Published : Jul 12 2022, 08:29 AM IST / Updated: Jul 12 2022, 09:00 AM IST
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1. संजय ने फिल्म में पिरोये थे अपने पर्सनल एक्सपीरियंस
वैसे तो इस फिल्म की कहानी इसी नाम से लिखे गए मशहूर नॉवेल पर आधारित थी पर इस कहानी और भंसाली की असल कहानी में कुछ समानताएं थीं। संजय ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता एक प्रोड्यूसर थे और फिल्में नहीं चलने की वजह से वो शराब के नशे में डूब गए थे। अपने आखिरी दिनों में उनके पिता ने अपनी पत्नी लीला की ओर हाथ बढ़ाया और जैसे ही लीला ने उनकी ओर हाथ बढ़ाया, उन्होंने दम तोड़ दिया। पिता के निधन के बाद संजय ने 'देवदास' पढ़ी और यह फिल्म बनाने का फैसला किया। फिल्म के आखिरी सीन में उन्होंने इस दृश्य को रीक्रिएट भी किया था। जब ऐश्वर्या दौड़कर आती हैं पर शाहरुख का हाथ नहीं पकड़ पातीं। संजय ने फिल्म में अपने बहुत सारे पर्सनल एक्सपीरियंस इस्तेमाल किए थे।
2. सलमान, गोविंदा और सैफ अली खान ने की थी रिजेक्ट
भंसाली ने इस फिल्म के लिए सबसे पहले 'देवदास' का रोल सलमान खान को ऑफर किया था। उनके रिजेक्ट करने के बाद यह फिल्म शाहरुख को ऑफर की गई। इसी तरह फिल्म में जैकी श्रॉफ ने चुन्नीलाल का मुख्य किरदार निभाया था। जैकी से पहले इस रोल के लिए सैफ अली खान, मनोज बाजपयी और गोविंदा को अप्रोच किया गया था लेकिन इन तीनों ने ही इसे रिजेक्ट कर दिया था।
3. उस वक्त की सबसे महंगी फिल्म, कमाई बजट से दोगुना
यह फिल्म उस वक्त रिलीज हुई सबसे महंगी और साल की सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म थी। उस दौर में करीबन 50 करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म ने अपने बजट से दोगुना यानि कि 104 करोड़ रुपए की कमाई की थी। इस फिल्म की शूटिंग का प्रतिदिन का खर्चा 7 लाख रुपए था। उस वक्त के हिसाब से फिल्म का बजट इतना अधिक था कि निर्माता भारत शाह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। आरोप था कि फिल्म की फंडिंग अंडरवर्ल्ड की तरफ से की जा रही है। बहरहाल, भरत को 16 महीनों के लिए जेल जाना पड़ा और उनके जेल से बाहर आने के बाद 'देवदास' की शूटिंग एक बार फिर से शुरू हुई। बाद में यह 2002 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी। साथ ही अगले 4 साल तक कमाई के मामले में कोई भी फिल्म इस फिल्म का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा।
4. भंसाली ने सेट पर पानी की तरह बहाया पैसा
275 दिनों तक चली इस फिल्म की शूटिंग के 6 अलग-अलग सेट पर 2500 लाइट्स, 700 लाइट मैन, 42 जेनरेटर और 30 लाख वॉट की पावर सप्लाई लगती थी। आम तौर एक फिल्म की शूटिंग के लिए 2 से 3 जेनरेटर लगते थे। सिर्फ पारो के घर का सेट बनाने के लिए डेढ़ लाख रंगीन शीशे के टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया था। फिल्म के सभी सेट इतने आलीशान थे कि उसे देखकर हर किसी की आंखें खुली रह जाती थीं। इन्हें पूरा बनाने में लगभग नौ महीने का वक्त लगा था। फिल्म में माधुरी दीक्षित के किरदार चंद्रमुखी का कोठा फिल्म का सबसे महंगा हिस्सा था। इस कोठे को बनाने में 12 करोड़ रुपए लगे थे। वहीं पारो के घर का सेट लगभग 3 करोड़ रुपए में तैयार हुआ था। फिल्म के सेट पर कई बार आग लगने से भी काफी नुकसान हुआ था पर भंसाली ने इसे परफेक्ट बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
5. 16 किलो के घाघरे में माधुरी ने किया था डांस सीक्वेंस
फिल्म में माधुरी के लिए अबू जानी संदीप खोसला ने कॉस्ट्यूम डिजाइन किए थे। माधुरी के प्रत्येक कॉस्ट्यूम की कीमत 15 लाख रुपए थी। माधुरी ने फिल्म में अपने गाने 'काहे छेड़ छेड़ मोहे' में 30 किलों का लहंगा पहना था। इसे पहनकर जब वे डांस नहीं कर पाई तब भंसाली ने उनका लहंगा बदलवाकर उनके लिए 16 किलों का घाघरा बनवाया।
6. ऐश्वर्या के लिए सेट पर मंगाई गई थीं 600 साड़ियां
वहीं पारो का किरदार निभाने वाली ऐश्वर्या राय के लुक पर भी भंसाली ने कड़ी मेहनत की थी। फिल्म में उनके कॉस्ट्यूम्स नीता लुल्ला के डिजाइन किए थे। उन्होंने ऐश्वर्या के लिए बेहतरीन साड़ी खरीदने के लिए कोलकाता के कई चक्कर काटे। भंसाली ने खुद कोलकाता से ऐश्वर्या के लिए 600 साड़ियां मंगवा ली थीं। इन्हीं साड़ियों में से ऐश्वर्या को खूबसूरत लुक दिया गया।
7. दो साल में तैयार हुआ था फिल्म का म्यूजिक
इस्माइल दरबार ने इस फिल्म का म्यूजिक तैयार किया था। इन गानों को तैयार होने में दो साल का लंबा वक्त लगा था। फिल्म के हर एक गाने की रिकॉर्डिंग करीब 10 दिनों में होती थी। इसके बाद उन्हें कम से कम 10 बार मिक्स किया जाता था। इस दौरान इस्माइल और भंसाली में कई बार मनमुटाव और कहासुनी भी हुई। हालांकि क्योंकि दोनों काम पर झगड़ते थे इसलिए बाद में नॉर्मल भी हो जाते थे। नुसरत बद्र ने 'डोला रे डोला' गाने में एक लाइन को फाइनल मिक्सिंग स्टेज पर बदला था और इसके चलते भी फिल्म का खर्चा बढ़ा था।
8. 12 करोड़ में बिके थे म्यूजिक राइट्स
इंडियन बॉक्स-ऑफिस पर इस फिल्म ने 41.66 करोड़ रुपए की कमाई की थी। उस दौरान यह रिकॉर्ड सबसे बड़ा था। ओवरऑल यह फिल्म 100 करोड़ क्लब में शामिल हुई थी जो उस वक्त तक आम बात नहीं थी। कान्स फिल्म फेस्टिवल में भी इसका प्रीमियर रखा गया था। इतना ही नहीं, फिल्म के म्यूजिक राइट भी 12.5 करोड़ रुपए में बिके थे।
9. पांच नेशनल और ग्यारह फिल्मफेयर अवॉर्ड समेत 69 अवॉर्ड्स जीते
इस फिल्म पर अवॉर्ड्स की भी जमकर बारिश हुई थी। कुल 106 नॉमिनेशंस में से इसने करीबन 69 अवॉर्ड्स अपने नाम किए थे। इन अवॉर्ड्स में 5 नेशनल फिल्म अवॉर्ड और 11 फिल्मफेयर अवॉर्ड से लेकर 16 आईफा अवॉर्ड तक शामिल थे।
10. ये भी रहीं कुछ खास बातें
- संजय लीला भंसाली ने इस फिल्म का नाम और कांसेप्ट शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के नॉवेल से ही लिया गया था।
- यह पहली मौका था जब भंसाली और शाहरुख ने साथ काम किया था।
- इससे पहले इसी कहानी और नॉवेल पर 1955 में फिल्म 'देवदास' बनी थी। दिलीप कुमार स्टारर उस फिल्म को विमल रॉय ने डायरेक्ट किया था।
- एक इंटरव्यू में भंसाली ने दावा किया था कि उन्होंने इस फिल्म में, निर्देशक बिमल रॉय द्वारा 1955 में बनाई गई 'देवदास' से सिर्फ प्रेसेंटेशन स्टाइल चेंज किया है और बाकी सारी चीजें सेम हैं।
- कहा जाता है कि अपने किरदार 'देवदास' को रियलिस्टिक बनाने के लिए शाहरुख खान सीन से पहले सेट पर थोड़ी सी शराब पी लिया करते थे ।
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