- Home
- Entertianment
- Bollywood
- करीना कपूर ही नहीं, अपने किरदारों की वजह से जब इन 9 सेलेब्स को भी झेलना पड़ा जनता का गुस्सा
करीना कपूर ही नहीं, अपने किरदारों की वजह से जब इन 9 सेलेब्स को भी झेलना पड़ा जनता का गुस्सा
- FB
- TW
- Linkdin
2008 में आई फिल्म जोधा-अकबर में ऐश्वर्या राय ने जोधाबाई का रोल निभाया था। कुछ हिंदूवादी संगठनों और इतिहासकारों का मानना था कि इसमें जोधा की गलत इमेज दिखाई गई है। जोधाबाई के किरदार से देश के राजपूतों में भारी रोष था। खासकर राजस्थान के राजपूतों ने इसका विरोध किया और फिल्म के प्रदर्शित होने के बाद कई राज्यों में रोक लगी। इस फिल्म को लेकर विरोध करने वाले लोगों का कहना था कि फिल्म में इतिहास के साथ खिलवाड़ हुआ है।
1996 में आई दीपा मेहता की फिल्म फायर में शबाना आजमी और नंदिता दास के किरदारों की वजह से काफी बवाल हुआ था। शिव सेना जैसे संगठन को दीपा मेहता का यह आइडिया बिलकुल पसंद नहीं आया कि एक हिंदू परिवार की दो सिस्टर-इन-लॉ लेस्बियन रिश्ते में हों। काफी विवाद के बाद इस फिल्म पर बैन लगा दिया गया था।
2019 की सुपरहिट फिल्मों में से एक कबीर सिंह में शाहिद कपूर एक सिरफिरे आशिक के रोल में नजर आए थे। इस फिल्म ने बॉक्सऑफिस पर अच्छी कमाई की लेकिन लोगों का आरोप था कि जिस तरह से शाहिद ने एक सिरफिरे आशिक को रोल किया है वो समाज में गलत संदेश देता है। वहीं, डरी सहमी कियारा आडवाणी के किरदार पर भी कई औरतों ने सवाल खड़े किए थे।
2011 में आई फिल्म द डर्टी पिक्चर सबसे विवादित ऐक्ट्रेसेस में से एक सिल्क स्मिता की लाइफ पर बेस्ड है। फिल्म में विद्या बालन को काफी ज्यादा बोल्ड अवतार में दिखाया गया। जिस वक्त यह फिल्म रिलीज हुई, इस पर काफी विवाद हुआ और कहा गया कि इस तरह की फिल्में सामाजिक माहौल को खराब करती हैं।
2014 में रिलीज हुई फिल्म पीके में आमिर खान ने एक एलियन का किरदार निभाया था, जो वापस अपने घर पहुंचने के लिए खोए हुए यंत्र की तलाश में धार्मिक स्थलों पर भटकता है। फिल्म के एक सीन में आमिर खान भगवान शिव की तरह वेशभूषा बनाए एक शख्स के पीछे दौड़ लगाते हैं। इस सीन को लेकर काफी विवाद हुआ था। कई धर्म गुरुओं का कहना था कि मनोरंजन के नाम पर इसमें हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाया गया है।
2018 में रिलीज हुई फिल्म पद्मावत का नाम पहले पद्मावती था। इसमें दीपिका पादुकोण ने रानी पद्मावती का रोल निभाया था। हालांकि कई हिंदू संगठनों का आरोप था कि फिल्म में रानी पद्मावती की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है। खासकर अलाउद्दीन खिलजी और रानी के बीच लव सीन फिल्माने को लेकर भी काफी बवाल हुआ था। बाद में घूमर गाने में दीपिका को ज्यादा कपड़े पहनाकर इसे फिल्माया गया था।
2019 में आई फिल्म सांड की आंख में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर ने शूटर दादियों प्रकाश तोमर और चंद्रो तोमर का रोल निभाया था। इन किरदारों के लिए दोनों एक्ट्रेस को प्रोस्थेटिक मेकअप के जरिए उम्र से कहीं अधिक बूढ़ा दिखाया गया था। इस पर लोगों ने आपत्ति जताई थी। लोगों का मानना था कि ज्यादा उम्र के किरदार निभाने के लिए उसी उम्र की एक्ट्रेस क्यों नहीं ली जातीं।
2008 में आई फिल्म जोधा-अकबर में ऐश्वर्या राय ने जोधाबाई का रोल निभाया था। कुछ हिंदूवादी संगठनों और इतिहासकारों का मानना था कि इसमें जोधा की गलत इमेज दिखाई गई है। जोधाबाई के किरदार से देश के राजपूतों में भारी रोष था। खासकर राजस्थान के राजपूतों ने इसका विरोध किया और फिल्म के प्रदर्शित होने के बाद कई राज्यों में रोक लगी। इस फिल्म को लेकर विरोध करने वाले लोगों का कहना था कि फिल्म में इतिहास के साथ खिलवाड़ हुआ है।