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शाहरुख़ खान की 9 सबसे विवादित फ़िल्में, कहीं सेक्स सीन की प्रैक्टिस की तो कहीं महात्मा गांधी को 'विलेन' दिखाया!
एंटरटेनमेंट डेस्क. शाहरुख़ खान (Shah Rukh Khan) की कमबैक फिल्म 'पठान' (Pathaan) रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई है। फिल्म के गाने 'बेशरम रंग' में दीपिका पादुकोण द्वारा पहनी गई भगवा कलर की बिकिनी का राजनीतिक और धार्मिक गलियारों में जमकर विरोध हो रहा है। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसे सनातन धर्म का अपमान बताते हुए संकेत दिए हैं कि राज्य में फिल्म का रिलीज हो पाना मुश्किल है। इसके अलावा संत समाज भी फिल्म पर प्रतिबंध की मांग कर रहा है। वैसे अगर शाहरुख़ खान की फिल्मों का इतिहास देखें तो पहले भी उनकी कई फ़िल्में विवादों में घिर चुकी हैं। आइए आपको बताते हैं SRK की ऐसी ही 9 फिल्मों और उनसे जुड़े विवादों के बारे में...
| Published : Dec 16 2022, 03:57 PM IST / Updated: Dec 16 2022, 04:58 PM IST
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1993 में रिलीज हुई फिल्म 'माया मेमसाब' में शाहरुख़ खान और उनकी को-एक्ट्रेस दीपा साही के बीच एक सेक्स सीन था। उस वक्त एक मैगजीन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि फिल्म के डायरेक्टर केतन मेहता की सलाह के बाद शाहरुख़ और दीपा ने इस सीन की शूटिंग से पहले एक रात साथ बिताई थी, ताकि सीन शूट करते वक्त उनके बीच किसी तरह की झिझक ना रहे। इस रिपोर्ट पर शाहरुख़ खान ना केवल भड़क गए थे, बल्कि उन्होंने मैगजीन के कैथ डीकोस्टा नाम के रिपोर्टर को पीटने की धमकी तक दे डाली थी। क्योंकि उन्हें लगा कि उन्होंने ही यह खबर छापी थी। हालांकि, बाद में जब उन्हें पता चला कि डीकोस्टा का इसमें कोई हाथ नहीं था तो उन्होंने उनसे माफ़ी मांग ली थी।
साल 2000 में बनी फिल्म 'हे राम' में वैसे तो कमल हासन मुख्य भूमिका में थे। लेकिन शाहरुख़ खान ने भी इसमें अच्छा -खासा रोल निभाया था। तमिल और हिंदी में रिलीज हुई यह फिल्म विभाजन और महात्मा गांधी की हत्या जैसे सेंसेटिव मुद्दे पर बेस्ड थी। महात्मा गांधी की निगेटिव छवि दिखाए जाने की वजह से इस फिल्म का जमकर विरोध हुआ था।
2001 में रिलीज हुई फिल्म 'अशोका' सालों बाद भी विवादों में हैं। जिस वक्त फिल्म रिलीज हुई, उस वक्त लोगों ने अशोक के रूप शाहरुख़ खान के किरदार की जमकर आलोचना की थी। फिल्म क्रिटिक्स ने इसे महज एक लव स्टोरी करार दिया था, क्योंकि फिल्म में शाहरुख़ खान का अवतार उनकी इससे पहले वाली फिल्मों से अलग नहीं था। इसके अलावा, ओड़िसा के संगठन कलिंग सेना के मुखिया ने 2018 में दावा किया था फिल्म में शाहरुख़ खान ने स्थानीय लोगों की गलत छवि दिखाई है। इसलिए अगर वे ओडिशा आते है तो उनके चेहरे पर स्याही फेंकी जाएगी।
शाहरुख़ खान और रानी मुखर्जी स्टारर फिल्म 'पहेली' 2005 में रिलीज हुई थी। फिल्म पर यूं तो शाहरुख से जुड़ा कोई विवाद नहीं था। लेकिन इस पर फिल्म को कन्नड़ फिल्म 'नाममंडला' की रीमेक बताकर बखेड़ा खड़ा किया गया था। खास बात यह है कि ना तो फिल्म के लीड हीरो, ना डायरेक्टर अमोल पालेकर और ना ही मेकर्स ने इस बात को स्वीकार किया। मेकर्स भले ही इससे इनकार करते रहे, लेकिन लोग यह बात मान चुके थे कि यह फिल्म कन्नड़ फिल्म की ही रीमेक थी।
फिल्म 'ओम शांति ओम' (2007) रिलीज के बाद विवादों में घिर गई थी। दरअसल, दिग्गज फिल्म अभिनेता मनोज कुमार ने फिल्म के एक सीन पर उनका मजाक उड़ाने का आरोप लगाया था। उन्होंने अपने एक बयान में कहा था, "क्या मुंबई पुलिस बेवकूफ है, जो मनोज कुमार को पहचान नहीं सकती और 70 के दशक में तब लाठीचार्ज करती है, जब वह स्टार बन चुका था।" मनोज कुमार ने अपने बयान में शाहरुख़ खान को कम्युनल भी बताया था। हालांकी, बाद में शाहरुख़ खान और फिल्म की डायरेक्टर फराह खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस होस्ट कर अपनी गलती स्वीकारी और मनोज कुमार से माफ़ी मांग ली थी।
शाहरुख़ खान 2009 में फिल्म 'बिल्लू' में नजर आए थे। पहले इस फिल्म का टाइटल 'बिल्लू बार्बर' रखा गया था। बार्बर समाज ने इसका विरोध किया और इसे अपना अपमान बताया तो मेकर्स ने इसके नाम से 'बार्बर' हटा दिया था।
2011 में शाहरुख़ खान को फिल्म 'डॉन 2' में देखा गया था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही थी। लेकिन इसके मेकर्स पर धोखाधड़ी का आरोप लगा था। ओरिजिनल फिल्म की प्रोडक्शन कंपनी नरीमन फिल्म्स ने आरोप लगाया था कि उन्होंने प्रोड्यूसर फरहान अख्तर को 'डॉन' के राइट्स सिर्फ 2009 तक के लिए दिए थे। उस पर उनका 'डॉन 2' को 2011 में रिलीज करना करार के खिलाफ है। उन्होंने फिल्म के लिए कॉपी राइट एक्ट के उलंघन का केस भी दर्ज कराया था। लेकिन मल्टीप्लेक्स और थिएटर्स में फिल्म की पहले ही बुकिंग हो जाने के चलते इस केस को खारिज कर दिया गया था।
शाहरुख़ खान की फिल्म 'जब तक है जान' (2012) रिलीज से दो सप्ताह पहले तब विवादों में घिर गई थी, जब अजय देवगन फिल्म्स (सन ऑफ़ सरदार के प्रोड्यूसर) ने कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ़ इंडिया को एक नोटिस जारी किया था और आरोप लगाया था कि यशराज फिल्म्स (जब तक है जान के प्रोड्यूसर) ने मार्केट में अपने वर्चस्व का इस्तेमाल अपनी पसंद के सिंगल स्क्रीन थिएटर्स को लॉक करने में किया है। इस आरोप पर YRF ने हैरानी जताई थी और दावों का खंडन किया था। उनके मुताबिक़, उन्होंने 10500 में से सिर्फ 1500 सिंगल स्क्रीन ही बुक की थीं। अजय देवगन को उस वक्त अपनी फिल्म 'सन ऑफ़ सरदार' के लिए सिर्फ 600 स्क्रीन ही मिल पाई थीं। फिल्म की रिलीज से एक सप्ताह में पहले कॉम्पिटीशन कमीशन ने अजय देवगन की याचिका खारिज कर दी थी।
2016 में रिलीज हुई शाहरुख़ खान की फिल्म 'फैन' इसके टाइटल सॉन्ग 'जबरा फैन' के चलते विवादों में घिर गई थी। दरअसल, आफरीन फातिमा जैदी नाम की एक टीचर ने दावा किया था कि वे फिल्म का 'जबरा फैन' सॉन्ग देखकर फिल्म देखने गई थीं। लेकिन वह गाना फिल्म में नहीं मिला, जिसके चलते वे ठगी हुई महसूस कर रही थीं। कंज्यूमर फोरम ने इसके लिए यशराज को फटकार लगाई थी और आदेश दिया था कि वे पीड़िता को 15 हजार रुपए का मुआवजा दें।
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