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9 साल की उम्र में पहली बार पर्दे पर दिखीं थीं मधुबाला, खूबसूरती ऐसी कि आज भी मिसाल देते हैं लोग
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बॉलीवुड में आज के दौर में आने वाली हर एक्ट्रेस इतनी खूबसूरत होती है कि इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है कि सबसे ज्यादा खूबसूरत कौन है? हालांकि एक दौर ऐसा भी था, जब फिल्म इंडस्ट्री में गिने-चुने चेहरे ही दर्शकों को पसंद आते थे।
40 के दशक में एक ऐसी ही हीरोइन थीं, जिनकी खूबसूरती को लोग आज भी नहीं भुला पाए हैं और उन्हें हम मधुबाला के नाम से जानते हैं। मधुबाला को लोग नेचर ब्यूटी कहते हैं। यानी उन्हें खूबसूरत दिखने के लिए किसी मेकअप की जरूरत नहीं पड़ती थी।
मधुबाला का बचपन का नाम 'मुमताज बेगम जहां देहलवी' था। वो अपने माता-पिता की पांचवीं संतान थीं और उनके अलावा उनके 10 भाई-बहन थे। अपनी पांच बहनों में वो सबसे ज्यादा कमाती थीं।
मधुबाला के पिता का नाम अताउल्लाह और माता का आयशा बेगम था। मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान की नौकरी छूट जाने के बाद मधुबाला को घर को चलाने के लिए फिल्मी दुनिया में आना पड़ा।
मधुबाला ने छोटी-सी उम्र में ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था, जिसके चलते वो स्कूल नहीं जा सकी। उन्हें उर्दू तो आती थी लेकिन अंग्रेजी का एक शब्द भी नहीं बोल पाती थीं। 1960 में रिलीज हुई फिल्म 'मुगल-ए-आजम' में मधुबाला ने 'अनारकली' का जो किरदार निभाया वो आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है।
मधुबाला की बहन मधुर भूषण ने उनकी लाइफ से जुड़े कई किस्से एक इंटरव्यू में बयां किए थे। उनके मुताबिक, मधुबाला को पहला प्यार प्रेमनाथ से हुआ था। इन दोनों का रिश्ता महज 6 महीने ही चल पाया। मधुबाला और प्रेमनाथ के प्यार के बीच धर्म आ गया था। प्रेमनाथ उनका धर्म बदलवाना चाहते थे लेकिन मधुबाला इसके लिए राजी नहीं हुईं।
इसके बाद मधुबाला दिलीप कुमार को दिल दे बैठीं। मधुबाला दिलीप कुमार से बेइंतेहा मोहब्बत करती थीं। दोनों का प्यार 9 साल तक चला। यहां तक दोनों की सगाई भी हो गई थी लेकिन दिलीप कुमार की एक जिद के चलते ये रिश्ता टूट गया।
हालांकि, दिलीप कुमार के बाद मधुबाला की जिंदगी में किशोर कुमार आ गए। तीन साल अफेयर के बाद मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी कर ली। शादी के बाद मधुबाला अचानक बीमार हो गईं। उस वक्त उनकी उम्र सिर्फ 27 साल थी।
किशोर कुमार मधुबाला को इलाज के लिए लंदन ले गए जहां डॉक्टरों ने कह दिया कि वह बस 2 साल की ही मेहमान हैं। हालांकि इसके बाद भी वो 9 साल तक जीवित रहीं और 36 की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा।
मधुबाला का वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट (जन्म से दिल में छेद) के चलते 23 फरवरी 1969 को निधन हो गया था। डॉक्टरों के मुताबिक इस बीमारी में उन्हें बहुत ज्यादा आराम की जरूरत थी लेकिन घर की मजबूरियों के चलते मधुबाला को काम करना पड़ा।
मधुबाला के ना सिर्फ दिल में छेद था बल्कि फेफड़ों में भी परेशानी थी। इसके अलावा उन्हें एक और गंभीर बीमारी थी, जिसमें शरीर में जरूरी मात्रा से ज्यादा खून बनने लगता था और ये खून उनकी नाक और मुंह से बाहर आता था। मधुबाला को उनकी बीमारियों ने इस कदर जकड़ लिया था कि वो 9 साल तक बिस्तर पर ही पड़ी रहीं।