PM किसान स्कीम में सालाना मिलते हैं पैसे, अब जोड़े जा रहे नए किसानों के नाम
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गलत जानकारी देने पर नहीं मिलेंगे पैसे
इस योजना के लिए के रजिस्ट्रेशन कराते वक्त अगर गलत जानकारी दी गई तो किसानों के खाते मे पैसे नहीं पहुंचेंगे। इस बार जब 5वीं किश्त जारी की गई तो करीब 1200 करोड़ रुपए किसानों के खाते में नहीं गए, क्योंकि उनके रजिस्ट्रेशन के समय गलत जानकारी दी गई थी।
अब तक जारी हो चुकी है 5 किश्त
इस योजना के तहत किसानों की मदद के लिए अब तक 5 किश्त जारी की जा चुकी है। हर लाभार्थी को 2000 रुपए की 5 किश्त जारी की गई है। इस तरह हर लाभार्थी के खाते में 10 हजार रुपए डाले जा चुके हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत कुल 9.62 करोड़ किसानों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। पहली किश्त में 9.40 करोड़ किसानों के खाते में, दूसरी किश्त 8.62 करोड़ किसानों के खाते में , तीसरी किश्त 7.67 करोड़ किसानों के खाते में और चौथी किश्त 6.20 करोड़ किसानों के खाते में जा चुकी है। पांचवीं किश्त की डिटेल अभी नहीं आई है।
क्या जानकारी देना है जरूरी
रजिस्ट्रेशन कराते वक्त सही जानकारी देना जरूरी है। किसान को अपना नाम, उम्र, लिंग, कैटेगरी (एससी/एसटी), बैंक खाता और आईएफएससी कोड, मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का डिटेल देना जरूरी है। जिन राज्यों में नागरिकों को अभी आधार कार्ड जारी नहीं हुए हैं, वे कोई दूसरा पहचान पत्र दे सकते हैं।
किसका नहीं हो सकता रजिस्ट्रेशन
अगर किसी के परिवार में कोई सदस्य किसी संवैधानिक पद पर रहा है, वह इस योजना का लाभ नहीं ले सकता। परिवार में कोई सदस्य अगर केंद्र या राज्य सरकार में कर्मचारी हो तो वह किसान भी इस योजना का लाभ लेने का हकदार नहीं है। अगर परिवार में कोई इनकम टैक्स भरता हो तो किसान इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकता। अगर किसान के परिवार में कोई डॉक्टर, इंजीनियर, वकील या चार्टर्ड अकाउंटेंट हो तो वह भी इस योजना का लाभ नहीं ले सकता।
कर सकते हैं भूल सुधार
रजिस्ट्रेशन करते वक्त अगर कोई गलती रह गई हो या गलत सूचना दी गई हो तो भूल सुधार का विकल्प दिया गया है। पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर सूचना सही की जा सकती है। लेकिन अगर जानबूझ कर गलत जानकारी दी गई है और कोई सूचना छुपाई गई है तो दंड देने का प्रावधान भी मौजूद है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
नए वित्त वर्ष में कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से राजस्व विभाग के पटवारी और अधिकारी गांवों का दौरा नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन या नाम जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर अपना नाम जोड़ना होगा या सूचना को अपडेट करना होगा।
छोटे किसान हैं खुश
इस योजना से छोटे किसान काफी खुश हैं। उनका कहना है कि इस योजना से उन्हें काफी रहात मिल जाती है। कम पैदावार होने या फसल के मारे जाने की हालत में यह मदद उनके लिए बहुत मायने रखती है। खाते में जब पैसा आने की जानकारी मिलती है तो उन्हें लगता है कि यह एक बहुत बड़ा सहारा है।