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कैंटीन में 'पैदा' हुआ था जोमैटो, 2 बार फेल करने वाले स्टूडेंट ने चाय पीते हुए खड़ी कर डाली करोड़ों की कंपनी
बिजनेस डेस्क : जोमैटो (zomato) पूरे देश की टॉप ऑनलाइन फूड डिलेवरी कंपनियों में से एक हैं, रोज हजारों लोग इस साइट से खाना ऑर्डर करते है। पर क्या आप जानते हैं, इस कंपनी के मालिक दीपिंदर गोयल के बारे में। दीपिंदर ने अपने दोस्त के साथ 2008 में जोमैटो की शुरुआत की थी। आज ये कंपनी पूरे देश में टॉप पर हैं। इस कंपनी का मालिक 2 बार क्लास में फेल हो चुके हैं। आइए जानते हैं, दीपिंदर से जुड़े कुछ किस्से।
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इस कंपनी की शुरुआत साल 2008 में की गई थी और वर्तमान में 5 हजार से ज्यादा कर्मचारी इस कंपनी में काम रहे हैं।
जोमैटो कंपनी के मालिक दीपिंदर गोयल ने अपने एक दोस्त के साथ इस कंपनी की शुरुआत की थी।
एक हजार करोड़ नेट वर्थ की कंपनी जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर को बचपन से ही पढ़ाई में कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। वह छठीं कक्षा और कॉलेज के फर्स्ट ईयर में फेल भी हो गए थे।
पढ़ाई में कमजोर होने के बाद भी उन्होंने इसे कभी अपनी जिंदगी में रुकावट नहीं बनने दिया और खूब मेहनत की।दीपिंदर ने दिन रात मेहनत की और आईआईटी के लिए चयनित हो गए। आईआईटी से डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने मल्टीनेशनल कंपनी 'बेन एंड कंपनी' में काम किया।
काम के दौरान ही दीपिंदर एक दिन कैंटीन में खाने का इंतजार कर रहे थे। तभी उन्हें महसूस हुआ कि इसमें काफी टाइम वेस्ट होता है। उन्होंने खाने का मेन्यू स्कैन कर के ऑनलाइन डाला जिसे लोगों ने काफी पसंद किया। यही से उन्हें जोमैटो का आईडिया आया।
इसके बाद अपने उन्होनें अपने दोस्त पंकज चड्ढा के साथ मिलकर 2008 में 'फूडीबे' वेब साइट खोली जिसमें रेस्टोरेंट के मेन्यू से लेकर उसकी समीक्षा भी होती थी।
अब फूडीबे ही जोमैटो बन गया है। एक कमरे से शुरू हुई दीपिंदर गोयल की कंपनी की कीमत आज 1000 करोड़ से ज्यादा की है।