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- अधिकारी ने कहा- पानी के गिलास को लड़की समझ प्रपोज करो, फिर लड़के ने दिखाया अपना रोमांटिक अंदाज
अधिकारी ने कहा- पानी के गिलास को लड़की समझ प्रपोज करो, फिर लड़के ने दिखाया अपना रोमांटिक अंदाज
करियर डेस्क. क्या आपने UPSC की सिविल सेवा परीक्षा के विषय में सुना है। हर साल लाखों कैंडिडेट्स इस परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं। IAS-IPS बनने बच्चे कड़ी मेहनत करते हैं। पर इस परीक्षा के तीन स्टेज होते हैं जिसमें तीनों को ही पार करना जरूरी होता है। लिखित परीक्षा को पार कर भी लिया तो कैंडिडेट्स इंटरव्यू में फेल हो जाते हैं। इसलिए UPSC के इंटरव्यू में पूछे गए सवाल हमेशा चर्चा में रहते हैं। यहां अधिकारियों का पैन कैंडिडेट को सिचुएशन में डाल खतरनाक सवाल पूछते हैं। कैंडिडेट को कॉमन सेंस और तर्कशक्ति से उनके जवाब देने होते हैं। कैंडिडेट का ज्ञान, सोच और नजरिया पसंद आने पर अधिकारी उसको नंबर देते हैं। पर कई बार पैनल में बैठे अधिकार कैंडिडेट से जोक सुनाने, गाना गाने तक कह देते हैं। इससे कैंडिडेट कनफ्यूज हो जाते हैं क्योंकि वो इसके लिए तैयार नहीं होते।
आज हम आईएएस इंटरव्यू (IAS interview) के कुछ खतरनाक सवाल बता रहे हैं। ये सवाल आपको भी सोच भी डाल देंगे-
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जवाब. पत्नी
जवाब. बिल्ली।
जवाब. कंगारू
जवाब. देश का पहला अखबार 29 नजनवरी 1780 को छपा था। ये बंगाल गजट, या बंगाल गजेटियन के नाम से था।
जवाब. बहन।
जवाब. मामा-भांजा
ये सवाल 2018 के यूपीएससी टॉपर अक्षत जैन से पूछा गया था। वे एक मॉक UPSC इंटरव्यू में शामिल हुए थे। उनसे अधिकारी पैनल में बैठे एक प्रोफेसर ने पूछा कि क्या आप अभी सिंगल हैं? अक्षत ने हां में जवाब दिया तो उन्होंने अपने पास रखा पानी का गिलास उठाकर अक्षत के सामने रख दिया और बोले इस गिलास को प्रपोज करो?
जवाब. अक्षत ने बिना मौका गंवाए सबसे पहले कहा कि, ये फरवरी का महीना है जब पूरी दुनिया मे वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट किया जाता है, इसलिए साफ दिल के एकदम साफ पानी के गिलास मैं आपसे अपने दिल की बात कहता हूं, क्या आप मेरे हमसफर बनेंगे, मैं सारी जिंदगी आपको खुश रखूंगा।
जवाब. मां-बेटा
जवाब- बीरो ब्रदर्स
अफसर बनने के बाद भी SC/ST आरक्षण लोगे?
कैंडिडेट का जवाब. दरअसल ये सवाल विकास मीना से पूछा गया जो IPS के पद पर कार्यरत थे और वो IAS बनने के लिए इंटरव्यू देने गए। इसका जवाब विकास मीना ने पूरी समझदारी और तर्कों से दिया उन्होंने कहा कि वर्तमान व्यवस्था में आरक्षण का लाभ लेना संवैधानिक तौर पर सही है। निचले समुदाय के लोगों को अच्छे पद पर होने पर भी आगे बढ़ने में शोषण और भेदभाव का सामना करना पड़ता है। अगर मेरी ऊपर समाज में आरक्षण को छोड़ बदलाव करने की जिम्मेदारी आएगी तो मैं इसमें प्रयास करूंगा।