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पहली बार में IAS बनना है तो अपनाएं इस अफसर की स्ट्रेटजी, बिना लाखों की कोचिंग के होगा सलेक्शन
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माहौल के हिसाब से बनाएं मजबूत स्ट्रेटजी
नव्या कहती हैं कि उन्होंने जब एग्जाम देने का निर्णय लिया तो सबसे पहले कोचिंग ज्वॉइन की। जो लोग कोचिंग ज्वाइन कर सकते हैं, फीस दे सकते हैं या रोजाना क्लास लेने जा सकते हैं वो जरूर कोचिंग ज्वाइन करें। इससे बहुत मदद मिलती है। आपको सही गाइडेंस मिलेगी तो चीजें जल्दी सीख जाएंगे। नव्या दूसरे कैंडिडेट्स को सलाह देती हैं कि तैयारी की शुरुआत में ही कैंडिडेट को अपने लिए एक स्ट्रेटजी तय करनी चाहिए।
इसे तय करते वक्त एक बात का ध्यान रखें कि आप गाइडेंस या सलाह कहीं से भी लें लेकिन अपने हिसाब से स्ट्रेटजी बनाकर चलें। अपनी स्ट्रेंथ और वीकनेस के अनुसार पढ़ाई शुरू करें, जो विषय कमजोर हों उन्हें ज्यादा टाइम दें। इसलिए आपको जैसी जरूरत लगे वैसा शेड्यूल अपने लिए तय करें। कोचिंग लेनी है या नहीं यह भी आपकी स्ट्रेटजी का ही हिस्सा है।
ऐसे करें ऑप्शनल सब्जेक्ट का चुनाव
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनना आपकी सफलता में अहम भूमिका निभाता है। नव्या कहती हैं ऑप्शनल बहुत अच्छे से विचार करने के बाद ही चुनें। वैसे मोटे तौर पर सलाह यही दी जाती है कि जिस विषय से आपने ग्रेजुएशन किया हो, उसे चुन सकते हैं क्योंकि पहले पढ़ने के कारण उस पर आपकी अच्छी पकड़ होती है, जैसे नव्या ने इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया तो इसी विषय को ऑप्शनल चुना।
हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है, आप कोशिश करें कि आसान और जिसपर आपकी पकड़ हो उस विषय को चुनें। ध्यान रहे कि परीक्षा की तैयारी के लिए सही स्ट्रेटजी और सही ऑप्शनल का चुनाव दो सबसे जरूरी बिंदु हैं। इससे स्कोर अच्छा होता है।
करेंट अफेयर्स ही हैं सक्सेज Key
नव्या कहती हैं कि, अगला जरूरी स्टेप है करेंट अफेयर्स की तैयारी करना जिससे अधिकतर सवाल पूछे जाते हैं। जिसके लिए नव्या न्यूज पेपर पढ़ने पर जोर देती हैं। वे अपना उदाहरण देते हुए कहती हैं कि, मैं तो पेपर के जरूरी हिस्सों के भी नोट्स बनाती थी और उन्हें रिवीजन के लिए इस्तेमाल करती थी। इसी प्रकार मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए भी कम से कम किताबें रखें जिनसे बाद में आसानी से रिवाइज किया जा सके।
आंसर राइटिंग प्रैक्टिस
सिविल सेवा परीक्षा पास करना चाहते हैं, तो आंसर राइटिंग प्रैक्टिस पर ज्यादा जोर दें। ये आपको डुबा सकता है और सलेक्शन में कई साल लग जाते हैं। आंसर राइटिंग यानि सवालों के उत्तर लिखने की प्रैक्टिस करें। ये आपकी सफलता सुनिश्चित करती है। पिछले साल के पेपर देखें, मॉक टेस्ट दें और उत्तर लिखकर देखें कि कहीं कोई कमी तो नहीं है। अगर कुछ मिले तो उसे समय रहते दूर करें।
नव्या यही कहती हैं कि पूरी तैयारी के दौरान पेपर पढ़ना कभी बंद न करें क्योंकि जब आप अपने आसपास हो रही चीजों से अवेयर होते हैं तो आपके आंसर्स में वैल्यु एडिशन हो जाता है।
यह याद रखें कि एक-डेढ़ साल की तैयारी में यह परीक्षा पास की जा सकती है। पहले प्रयास की बात बाकी प्रयासों में नहीं आती इसलिए जमकर मेहनत करें और पहले प्रयास को आखिरी मानकर आगे बढ़ें। अपने दिमाग में यह बैठा लें कि जो करना है इसी अटेम्प्ट में करना है। हालांकि हमेशा ऐसा सोचने से सफलता नहीं मिलती पर अधिकतर यह आइडिया काम करता है।