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जब अमिताभ ने दुकान से चुरा ली थी एक चीज तो मां तेजी बच्चन ने मार मारकर तोड़ दिया था डंडा
मुंबई. सदी के महानायक कहे जाने वाले एक्टर अमिताभ बच्चन ऐसी शख्सियत हैं, जिनकी एक्टिंग की लोग आज भी करते हैं। उनके संस्कारों की मिसाल दी जाती है। जब भी अमिताभ बच्चन के संस्कारों की बात की जाती है तो पिता हरिवंश राय बच्चन और मां तेजी बच्चन का जिक्र किया जाता है। शुक्रवार को तेजी बच्चन की पुण्यतिथि है। उन्होंने 21 दिसंबर, 2007 को दुनिया को अलविदा कह दिया था। ऐसे में उनसे और अमिताभ से जुड़ा एक किस्सा बता रहे हैं।
| Published : Dec 21 2019, 10:49 AM IST
जब अमिताभ ने दुकान से चुरा ली थी एक चीज तो मां तेजी बच्चन ने मार मारकर तोड़ दिया था डंडा
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अमिताभ बच्चन बदमाश बच्चों की लिस्ट से हमेशा बाहर रहे हैं। लेकिन उनक बदमाशियां कम नहीं थी। अमिताभ बच्चन अपने पिता हरिवंश राय बच्चन से काफी डरते थे। कई बार पिता जी से डांट खाने से मां तेजी बच्चन उन्हें बचाया करती थीं। इसलिए वो अपनी मां के बेहद करीब थे। हरिवंश राय बच्चन काफी अनुशासन में रहने वाले व्यक्ति थे। उन्हें घर में ज्यादा शोर पसंद नहीं था।
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शीला झुनझुनवाला ने अपनी किताब में अमिताभ और मां तेजी को लेकर जिक्र किया है कि एक बार मां ने अमिताभ की जमकर पिटाई की थी और इतना मारा था कि उनके शरीर में सूजन आ गई थी। दरअसल, अमिताभ बच्चन ने एक दुकान से बदमाशी करते हुए बिना बताए एक रबड़ उठा ली थी। हालांकि, उन्होंने ये जानबूझकर नहीं किया था पर मां तेजी बच्चन के अनुसार चोरी तो चोरी होती है। जब इस बात की जानकारी तेजी को हुई तो वो गुस्से से आग बबूला हो गईं और उन्होंने सामने पड़ी बेंत से अमिताभ की खूब पिटाई की।
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मां तेजी अमिताभ को तब तक मारती ही रहीं जब तक की बेंत नहीं टूट गई। मारते-मारते उन्होंने पहली बेंत तोड़ दी और बाद में उन्होंने दूसरी बेंत उठाई और दोबारा मारना शुरू कर दिया। अमिताभ दर्द से चीख रहे थे। उनकी आंखों में आंसू थे लेकिन मां तेजी बच्चन का मानना था कि अपराध करने के बाद दर्द सहने की भी हिम्मत होनी चाहिए और ये दर्द गलती को समझने के लिए जरूरी होता है।
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मार खाने से बिग बी के पूरे शरीर पर सूजन आ गई थी। वहीं, लगातार रोने से उनकी आंखें लाल होकर सूज गई थीं। वह दूसरे दिन स्कूल नहीं जाना चाहते थे लेकिन मां तेजी ने जबरदस्ती उन्हें स्कूल भेजा और कहा कि सबको पता चलना चाहिए कि तुमने क्या गलती की है। तभी इसमें सुधार होगा।
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हालांकि, तेजी बच्चन इतनी भी निर्दयी नहीं थीं। उन्होंने अमिताभ के साथ ऐसा पहली बार ही किया होगा। किताब में इस बात का जिक्र और भी है कि अमिताभ और उनके बड़े भाई अजिताभ मां के बेहद करीब थे। क्योंकि उन्होंने कई बाार पिता हरिवंश राय बच्चन से मार खाने से भी उन्हें बचाया था। बहरहाल, आज भी जब भी अमिताभ बच्चन की मां और पिता जी का जिक्र किया जाता है तो उनकी आंखें नम हो जाती हैं।