- Home
- Entertianment
- Other Entertainment News
- जब सिर्फ टॉवल पहनकर डांस करने को तैयार नहीं थी काजोल, मनाने के लिए मेकर्स को करनी पड़ी खूब मशक्कत
जब सिर्फ टॉवल पहनकर डांस करने को तैयार नहीं थी काजोल, मनाने के लिए मेकर्स को करनी पड़ी खूब मशक्कत
मुंबई. 1995 में रिलीज हुई ब्लॉकबस्टर फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (dilwale dulhania le jayenge) ने 25 साल पूरे कर लिए हैं। फिल्म शाहरुख खान (shahrukh khan) और काजोल (kajol) के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई थी लेकिन क्या आप जानते हैं कि शुरुआत में ये दोनों ही फिल्म को लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं थे। इतना ही नहीं इस फिल्म के एक गाने के लिए काजोल टॉवल पहनकर डांस तक करने को तैयार नहीं थी। फिल्म के डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा ने उन्हें मनाने के लिए खूब पापड़ बेलने पड़े थे। तब कही जाकर काजोल इसके लिए तैयार हुई थी। फिल्म में काजोल ने सिमरन नाम की लड़की का किरदार निभाया था, जो एक ऐसे लड़के से प्यार कर बैठती है, जिसके बारे में उसे यह नहीं पता होता कि वो भी उससे प्यार करता है या नहीं।
- FB
- TW
- Linkdin
)
काजोल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें मेरे ख्वाबों में जो आए.. गाने की शूटिंग करने में शुरुआत में काफी असहज लगा। उन्हें सिर्फ एक टॉवल में शूट करने का आइडिया पसंद नहीं आया था। मगर जब आदित्य ने उन्हें मनाया तब जाकर वे किसी तरह से मानीं और शूटिंग की।
ये गाना बाद में सुपरहिट रहा था और काजोल की भी काफी प्रशंसा की गई थी। ढाई दशक बाद भी लड़कियां इस गाने पर परफॉर्म करना पसंद करती हैं।
फिल्म का गाना मेरे ख्वाबों में जो आए.. एक ट्रेंड सेटर गाना माना जाता है। गाने के बोल लिखे थे लिजेंड्री सॉन्ग राइटर आनंद बख्शी ने। मगर इस गाने को लिखने के लिए उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। 23 बार इस गाने को आदित्य ने रिजेक्ट किया था और 24वीं बार में ये गाना फाइनल किया गया था, जो बाद में सुपर-डुपर हिट साबित हुआ।
काजोल की बात करें तो उन्हें सिमरन का किरदार शुरुआत में बोरिंग लगा था। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था- सच कहूं तो पहले मुझे लगा था कि सिमरन थोड़ी बोरिंग है, लेकिन मैंने उसकी खूबियों को पहचान लिया। मुझे अहसास हुआ कि लगभग हम सभी के दिल के कोने में कहीं-न-कहीं एक सिमरन मौजूद है, जिसे हम जानते हैं। हमेशा उसके मन में सही काम करने की चाहत छुपी होती है।
शायद कम ही लोग जानते हैं कि फिल्म में राज का किरदार निभाने के लिए शाहरुख ने मना तक दिया था। वह खूबसूरत लोकेशंस पर गाना गाने और फिर लड़की के साथ भाग जाने वाले कॉन्सेप्ट से भी खुश नहीं थे।
उस दौर में आमिर और सलमान भी लवर ब्वॉय बनकर बड़े परदे पर सक्सेस हासिल कर रहे थे। ऐसे में शाहरुख कुछ ऐसा करना चाहते थे जिससे लगे कि वह कुछ हटके कर रहे हैं। इस वजह से उन्होंने फिल्म के डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा को राज के रोल के लिए मना कर दिया। शाहरुख की ना सुनकर आदित्य परेशान हो गए। उन्होंने शाहरुख को काफी मनाया।
आदित्य शाहरुख से कई बार मिले और तीन हफ्ते तक मनाने का सिलसिला चलता रहा। एक समय तो आदित्य ने उम्मीद छोड़ दी थी कि शाहरुख उन्हें हां कहेंगे इसलिए उन्होंने राज के किरदार के लिए सैफ अली खान के बारे में भी सोचना शुरू कर दिया था। करण-अर्जुन की शूटिंग के दौरान आखिरकार शाहरुख ने आदित्य को दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे के लिए हां कह दिया और फिर वह राज के किरदार में नजर आए।
फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे का टाइटल अनुपम खेर की पत्नी किरण खेर ने दिया था। करन जौहर और आदित्य चोपड़ा के दिमाग में फिल्म के टाइटल का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था। किरण ने शशि कपूर की एक पुरानी फिल्म के गाने ले जाएंगे ले जाएंगे.. से ये टाइटल निकाला था।