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जब हेमा मालिनी की बेटी को एक वजह से लेना पड़ा सौतेले भाई का सहारा, एक फोन पर करा दिया था सारा अरेंजमेंट
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सनी देओल हेमा मालिनी की दोनों बेटियों ईशा और आहाना दोनों की शादी में शामिल नहीं हुए थे। वहीं, हेमा मालिनी ने भी शादी के बाद कभी धर्मेंद्र के घर में कदम नहीं रखा। लेकिन महज सौतेली बहन ईशा के एक फोन पर उन्होंने उनके सारा अरेंजमेंट करा दिया था और करीब 5 मिनट की दूरी पर स्थित पिता के घर जाने में ईशा को 34 साल लग गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो राम कमल मुखर्जी की बुक 'हेमा मालिनी : बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल' के हवाले से बताया जाता है कि ईशा धर्मेंद्र के घर में कदम रखने वाली हेमा मालिनी की इकलौती फैमिली मेंबर हैं। दरअसल, धर्मेंद्र के भाई और अभय देओल के पिता अजीत सिंह देओल बहुत ज्यादा बीमार थे और बिस्तर पर थे।
ईशा अपने चाचा को देखना चाहती थीं। बुक में ईशा के हवाले से लिखा है कि वो चाचा से मिलना चाहती थीं और अपनी ओर से रिस्पेक्ट देना चाहती थीं। क्योंकि एक्ट्रेस का मानना था कि उनके चाचा उन्हें और छोटी बहन आहाना को बहुत चाहते थे और हेमा की फैमिली भी अभय के काफी क्लोज थी।
ईशा ने बताया था कि उनके पास उनके घर जाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं था। चाचा अजीत अस्पताल में भी नहीं थे कि वो उनसे वहां मिलकर आ सकतीं। इसलिए उन्होंने बड़े भाई सनी देओल को फोन किया और बड़े भाई ने अपना फर्ज निभाते हुए सब कुछ ऑर्गेनाइज करा दिया और इस तरह से सनी ने सौतेली बहन ईशा की मदद की।
हेमा मालिनी का बंगला आदित्य धर्मेंद्र के 11th रोड हाउस से 5 मिनट की दूरी पर है। लेकिन, हेमा मालिनी की बेटी ईशा को वहां तक पहुंचने में करीब 34 साल लग गए। बता दें कि ईशा का जन्म 1981 में हुआ था और वो अपने पापा के घर 2015 में गईं।
इस दौरान बताया जाता है कि ईशा ने धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर से भी पहली बार मुलाकात की थी। बकौल ईशा ने कहा कि उन्होंने उनके पैर छुए और उन्होंने एक्ट्रेस को आशीर्वाद भी दिया।
बता दें कि कुछ महीनों की बीमारी के बाद 23 अक्टूबर 2015 को अजीत सिंह देओल का निधन हो गया। वो गाल ब्लेडर कॉम्प्लिकेशन का ट्रीटमेंट ले रहे थे।