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सच्चे प्यार की तलाश में शराबी बन गई थी 'ट्रेजडी क्वीन', पति से लेकर प्रेमी तक मीना कुमारी को कोई ना आया रास
मुंबई. मीना कुमारी (Meena Kumari) एक ऐसी अदाकारा थी जिनके अभिनय की गहराई कभी नापी नहीं जा सकती है। वहीं, उनकी खूबसूरती की तारीफ करने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। मीना कुमारी की एक्टिंग और खूबसूरती में लोग इस कदर डूब जाते थे जैसे भगवान की भक्ती में भक्त। ताजदार अमरोही जो कमाल अमरोही के बेटे है उन्होंने एक आर्टिकल में लिखा था कि उनकी छोटी अम्मी (मीना कुमारी) ने उनके बाबा (कमाल अमरोही) को ये बताया था कि लोग रास्ते में उनके बालों को मांगते थे या फिर लेने की कोशिश करते थे ताकि तावीज बनाए जा सकें। हिंदी सिनेमा में वो 'ट्रेजडी क्वीन' के नाम से मशहूर थी। उनकी जिंदगी में कई ऐसे किस्से हैं जिसे सुनकर आप हंस पड़ेंगे तो कभी रो पड़ेंगे। आइए मीना कुमारी की पुण्यतिथि (Meena Kumari Death Anniversary) पर जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें....
/ Updated: Mar 31 2022, 06:20 AM IST
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मीना कुमारी जितनी बेहतरीन अदाकारा थी उतनी खूबसूरत प्लेबैक सिंगर भी थी। 1945 में ’बहन’ फिल्म के लिए एक बाल कलाकार के रूप में उन्होंने पहला गाना गाया था। इसके बाद जब वो एक्ट्रेस बनी तो ’पिया घर आजा’, ’बिछड़े बालम’, ’दुनिया एक सराय’ और 'पिंजरे के पंछी'जैसी फिल्मों के गीतों में अपनी सुरीली आवाज दी। उन्होंने 'पाकीजा' के लिए भी एक गाना गाया था, लेकिन वो रिलीज नहीं हुई। हालांकि बाद में इस गाने को पाकीजा-रंग-बा-रंग एल्बम में रिलीज किया गया था।
मीना कुमारी ने एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं। मीना कुमारी ने अपने करियर की शुरुआत साल 1939 में आई फिल्म ‘लेदरफेस’ से की थी। बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट 11 फिल्में करने के बाद उनको ‘बच्चो का खेल’ में लीड एक्ट्रेस बनने का मौका मिला था। उस वक्त उनकी उम्र 13 साल थी। साल 1952 में आई फिल्म ‘बैजू बावरा’ ने उनको पहचान दिलाई। इसके बाद वो पीछे मुड़कर नहीं देखी। मीना ने तीस साल के करियर में तकरीबन 90 फिल्मों में काम किया ।
मीना कुमारी के पर्सनल लाइफ ट्रेजडी से भरा था। मीना कुमारी का दिल कमाल अमरोही पर आ गया था। जब वो अपने करियर बनाने में लगी थी तभी उनका दिल धड़कने लगा था। 1949 में उनकी मुलाकात कमाल अमरोही से हुई। कमाल अदाकारा को एक फिल्म में लेना चाहते थे। इस दौरान मीना कुमारी का एक्सीडेंट हो गया। जिसके बाद कमाल अमरोही मीना से मिलने अस्पताल पहुंचे। उसके बाद दोनों की नजदीकियां बढ़ी।
कमाल अमरोही पहले से शादीशुदा थे। उनकी पहली पत्नी से एक बेटा ताजदार अमरोही है।जो मीना कुमारी को छोटी अम्मी बुलाते हैं। मीना कुमारी ताजदार अमरोही को बिल्कुल अपने बेटे की तरह प्यार करती थीं।
कमाल अमरोही के प्यार में पागल मीना ने उनसे शादी तो कर ली। लेकिन शादी के बाद कमाल मीना पर बंदिशे लगाना शुरू कर दिए। कब काम पर जाना है किससे मिलना है किससे नहीं जैसे तमाम पाबंदियां उनपर वो लगाने लगे । उस वक्त मीना बॉलीवुड की टॉप की हीरोइन थी। कहा जाता है कि कमाल अमरोही मीना को मारते भी थे। एक वक्त आया जब मीना कुमारी उन्हें छोड़कर चली गईं।
बताया जाता है कि फिल्म 'बैजू बावरा' के निर्माण के दौरान एक्टर भारत भूषण ने भी अपने प्यार का इजहार मीना से किया था। यह भी कहा जाता है कि राजकुमार भी मीना को बेहद प्यार करते थे। मीना कुमारी के साथ सेट पर काम करते वक्त राजकुमार राव उनकी आंखों में इस कदर डूब जाते थे कि डायलॉग भूल जाते थे।
लेकिन कमाल से दूर होने के बाद मीना कुमारी धर्मेंद्र को अपना दिल दे बैठी। मीना जहां सुपरस्टार थी, वहीं धर्मेंद्र स्ट्रगल कर रहे थे। मीना कुमारी एक समय के बाद धर्मेंद्र के प्यार में पागल हो गई थीं जबकि वो उनके प्यार के इस पागलपन को झेल नहीं सके और वो दूर चले गए।
धर्मेंद्र के दूर जाने के बाद मीना कुमारी ने खुद को शराब में डुबो दिया था। ज्यादा शराब के सेवन करने से आखिरकार उनकी जान चली गई। 31 मार्च 1972 को मीना कुमार दुनिया को अलविदा कह गईं।
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