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Womens Day 2022: कोई हुई परिवार के खिलाफ, किसी ने इंसाफ के लिए उठाई बंदूक, जब हीरोइनों का दिखा खौफनाक रूप
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आपको बता दें कि वर्तमान में ही नहीं बल्कि 50के दशक में भी बॉलीवुड में ऐसी फिल्में बनी है, जिसमें महिलाओं का एक अलग ही रूप देखने को मिला। इंडस्ट्री में मदर इंडिया. दामिनी, मृत्युदंड, मॉम, द डर्टी पिक्चर, इंग्लिश विंग्लिश, पिंक, थप्पड़ जैसी कई फिल्में है, जिनमें महिलाओं ने जुर्म के खिलाफ आवाज बुलंद की।
माधुरी दीक्षित की फिल्म मृत्युदंड को काफी पसंज किया गया था। फिल्म में माधुरी का एकदम अलग अंदाज देखने को मिला था। इसमें माधुरी समाज में महिलाओं पर हो अत्याचार को खत्म करने बंदूक तक उठा लेती है।
अमिताभ बच्चन , तापसी पन्नू, कीर्ति कुलकर्णी की फिल्म पिंक बात करती है महिलाओं की तरफ सेंसिटिव होने और उनके विचारों को इज्जत देने की। फिल्म में दिखाया कि कैसे खुद पर हुए अन्याय और गलत इल्जाम के खिलाफ हीरोइनें इंसाफ के लिए अदालत तक पहुंच जाती है।
श्रीदेवी की फिल्म इंग्लिश विंग्लिश एक ऐसी महिला की कहानी है, जहां उसके बच्चे और पति उसे इंग्लिश न बोल पाने के कारण मजाक उड़ाते है। लेकिन वो इंग्लिश स्पीकिंग क्लासेज में एडमिशन लेती है और सबका मुंह बंद कर देती है।
मीनाक्षी शेषाद्रि और राजकुमार संतोषी के निर्देशन में बनी फिल्म दामिनी में रेप जैसे सेंसिटिव मुद्दे को तब उठाया था जब लोग इस पर बात भी करने से डरते थे। फिल्म में अपनी नौकरानी को इंसाफ दिलाने के लिए मीनाक्षी परिवारवालों के खिलाफ तक चली जाती है।
हर साल 8 मार्च को महिला दिवस (Womens Day 2022) दुनियाभर में मनाया जाता है। एक और जहां इस दिन महिलाओं के सम्मान में प्रोग्राम्स होते है वहीं दूसरी ओर कई तरह के आयोजन किए जाते हैं। आमजन से लेकर बॉलीवुड सेलेब्स भी इस दिन बधाई देने से पीछे नहीं रहते।
तापसी पन्नू की फिल्म थप्पड़ ऐसी औरत की कहानी है जो अपने पति के एक थप्पड़ मारने पर तलाक की अर्जी दायर कर देती है। उसका ऐसा कहना होता है कि चाहे पहली ही थप्पड़ मारा पर क्यों मारा। इसमें महिलाओं के प्रति आत्मसम्मान दिखाया गया।
मुंबई अंडरवर्ड, वेश्यावृत्ति और डांस बार की कड़वी सच्चाई को बयान करती फिल्म चांदनी बार काफी हिट रही थी। बार के दलदल में फंसी चांदनी कैसे अपनी कोशिशों के बाद भी उससे निकल नहीं पाती है, फिल्म इसी के इर्द-गिर्द घूमती है। इस फिल्म में तब्बू ने लीड रोल प्ले किया था।
फूलन देवी की लाइफ पर बनी फिल्म बैंडिट क्वीन में एक ऐसी औरत की है जो बाल विवाह, शारीरिक शोषण और जातिवाद से संघर्ष करते हुए आखिरकार डाकू बन जाती है। फिल्म में सीमा बिस्वास ने अपनी अदाकारी से सभी का दिल जीत लिया था।
फिल्म लिपस्टिक अंडर माय बुर्का में रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा, कोंकणा सेन शर्मा ने शानदार एक्टिंग की। फिल्म की कहानी है चार महिलाओं की, जो अपनी आजादी की तलाश में सोसायटी से पंगा देती हैं और अपने हक की लड़ाई जीतने में सफल भी होती हैं।
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