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यूं खतरनाक रास्तों पर 4 किमी पैदल चलकर नदी के बीचों-बीच शिवलिंग तक पहुंचते हैं भक्त, बाढ़ में भी नहीं डूबता
| Published : Feb 21 2020, 12:50 PM IST
यूं खतरनाक रास्तों पर 4 किमी पैदल चलकर नदी के बीचों-बीच शिवलिंग तक पहुंचते हैं भक्त, बाढ़ में भी नहीं डूबता
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मान्यता है कि शबरी नदी में कितनी भी बाढ़ आ जाए, यह शिवलिंग नहीं डूबता। किवदंतियां हैं कि सैकड़ों साल पहले दक्षिण भारत के दो साधू यहां से गुजर रहे थे। उन्होंने इस जगह पर रुककर घोर तपस्या की थी। इसी के लिए उन्होंने शिवलिंग की स्थापना की थी।
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इस शिवलिंग के दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते हैं। महाशिवरात्रि पर यहां खासी भीड़ होती है। कहते हैं कि महाशिवरात्रि पर यहां मांगी गई हर मान्यता पूरी होती है।
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बारिश के दौरान भी लोग जान जोखिम में डालकर इस शिवलिंग तक आते हैं। लेकिन कभी कोई हादसा नहीं हुआ।
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शिवलिंग शबरी के बीच में है। यहां तक जाने के लिए कोई पुख्ता पुल या अन्य इंतजाम नहीं है। लिहाजा आज भी लोग लकड़ी के पुल पर चढ़कर शिवलिंग तक पहुंचते हैं।
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लकड़ी का यह पुल गांववालों ने ही बनाया है, ताकि भक्त शिवलिंग तक पहुंच सकें।