- Home
- States
- Chhattisgarh
- कब्र पर बैठकर खाता-पीता और सोता था सनकी किलर, घर में ही दफना रखी थी प्रेमिका और मां-बाप की लाश
कब्र पर बैठकर खाता-पीता और सोता था सनकी किलर, घर में ही दफना रखी थी प्रेमिका और मां-बाप की लाश
- FB
- TW
- Linkdin
उदयन दास को पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। साइको किलर की प्रेमिका आकांक्षा शर्मा बांकुड़ा की रहने वाली थी। उसके लापता होने पर परिजनों ने वहीं के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसलिए वहीं की पुलिस मामले की जांच कर रही थी। उदयन ने जुलाई 2016 में भोपाल में प्रेमिका आकांक्षा की हत्या कर दी थी। उसने आकांक्षा की लाश को एक बॉक्स में बंद करके भोपाल के साकेत नगर स्थित घर में ही दफन कर दिया था। कब्र के ऊपर उसने कांक्रीट का चबूतरा बनवा दिया था। इस पर वो आराम से खाता-पीता और सोता था।
उदयन ने 2010 में रायपुर स्थित अपने घर में मां-बाप की हत्या के बाद लाशें दफना दी थीं। आकांक्षा की हत्या के बाद इसका जांच-पड़ताल में यह मामला सामने आया था।
पुलिस की जांच में सामने आया था कि किलर अपनी मां इंद्राणी और पिता वीके दास के साथ रायपुर में रहता था। मां-बाप उसकी फिजूलखर्ची से नाराज थे। इसी गुस्से में उसने अपने मां-बाप की हत्या कर दी। फिर लाशें को घर के बगीचे में दफना दिया। बाद में उसने यह मकान बेच दिया।
उदयन और आकांक्षा सोशल साइट के जरिये साल 2007 में संपर्क में आए थे। उदयन भोपाल में रहता था, लेकिन उसने झूठ बोल रखा था कि वो अमेरिका में रहता है। उदयन के प्रेम में पागल आकांक्षा ने जून 2016 में अपना घर छोड़ दिया था। उनकी पहली मुलाकात दिल्ली में हुई थी। इसके बाद दोनों भोपाल में लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे थे।
उदयन की असलियत सामने आने के बाद आकांक्षा उसने नाराज हो गई थी। जब टकराहट बढ़ी, तो 27 दिसंबर 2016 को उदयन ने आकांक्षा की हत्या कर दी।
उदयन को 2 फरवरी 2017 को पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जब उसे पुलिस पूछताछ के लिए ले जा रही थी, तब वो मुस्करा रहा था। मानों उसे अपने किये पर कोई पछतावा नहीं हो।
उदयन अपने मां-बाप की इकलौती संतान था। उसके पिता भेल से रिटायर्ड हुए थे। मां भी भोपाल में सरकारी नौकरी करती थी। रिटायरमेंट के बाद परिवार रायपुर में रहने लगा था। उदयन ने अपने पिता की मौत के बाद उनकी पेंशन तक फर्जी तरीके से निकाल ली थी।