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जिला जिंदाबाद: 20 साल पहले खाई थी ऐसी कसम; सीएम को ही करना पड़ा ऐलान..तब जाकर कटी गुप्ताजी की दाढ़ी
रायपुर. छत्तसीगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराकर कई घोषणाएं की। जिसमें सबसे बड़ा ऐलान था कि प्रदेश में 4 और नए जिले बनाए जाएंगे। इस खबर से बाद संबंधित क्षेत्रों के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई, वह सड़कों पर आकर डांस तक करने लगे। लेकिन सीएम के इस फैसले की सबसे ज्यादा खुशी सोशल वर्कर रमाशंकर गुप्ता को है। क्योंकि 20 साल पहले उन्होंने उन्होंने कुछ ऐसा अनूठा संकल्प जो लिय था। आइए जानते हैं 20 साल पहले आखिर क्यों ली थी ऐसी कसम..
| Published : Aug 16 2021, 01:35 PM IST
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दरअसल, समाजसेवी रमाशंकर गुप्ता ने संकल्प लिया था कि जब तक उनका शहर मनेंद्रगढ़ जिला नहीं बन जाता है वह अपनी दाढ़ी नहीं कटवाएंगे। उनकी मांग थी कि मनेंद्रगढ़ जिले बनने लायक है, फिर भी उसे नहीं बनाया जा रहा है। इसलिए अब में कसम लेता हूं जब यह जिला बन जाएगा तभी अपनी दाढ़ी कटवाऊंगा। जिसे उन्होंने सीएम के ऐलान के बाद कटवा लिया है।
बता दे क साल 2002 में जब मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बना तो महेंद्रगढ़ को जिला नहीं बनाया गया था। हालांकि उस वक्त जिला बनने की मांग उठी थी, लेकिन फिर वह नहीं बन सका। इसके लिए रमाशंकर गुप्ता ने करीब 11 महीने तक शहर में क्रमिक अनशन भी किया। आमरण अनशन पर भी बैठे लेकिन उनकी मांग को अनदेखा कर दिया गया। जबकि इस आंदोलन में उनके इलाके के विधायक भी बैठे हुए थे।
रमाशंकर बताते हैं कि मैंने महेंद्रगढ़ को जिला बनवाने के लिए कई तरह के प्रदर्शन भी किए, वह कई बार दिल्ली तक गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं विरध के दौरान महेंद्रगढ़ में कर्फ्यू तक लगा दिया गया था। फिर रमाशंकर ने संकल्प लिया था कि वह अपने जीते जी शहर को जिला बनाकर रहेंगे। इसके लिए उन्होंने दाढ़ी नहीं कटवाने का संकल्प तक ले लिया।
जब 15 अगस्त पर सीएम ने मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की घोषणा किया तो रमाशंकर खुशी से सड़कों पर नाचने लगे। अबीर-गुलाल लगाकर लोगों के सामने खुशी जाहिर की। जिस तरह से सड़कों पर जश्न मनाया गया उसे देख ऐसा लग रहा था कि जैसे होली खिल रही हो। उनके चाहने वाले रमाशंकर के घर जाकर बधाई देने के लिए पहुंच रहे हैं।