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पहली बीवी से तलाक के बाद टूट गया था ये क्रिकेटर, फिर जिंदगी में आई पत्रकार ने बदल दी श्रीनाथ की जिंदगी
स्पोर्ट्स डेस्क : भारत के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक जवागल श्रीनाथ आज अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं। 1990 और 2000 तक जवागल भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे और अब वह आईसीसी के सबसे फेमस मैच रेफरी माने जाते हैं। वैसे तो श्रीनाथ के नाम पर क्रिकेट के कई तरह के रिकॉर्ड दर्ज हैं, लेकिन उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते हैं उनके कुछ खास रिकॉर्ड्स के बारे में।
| Published : Aug 31 2020, 05:29 PM IST
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श्रीनाथ ने 1989 में हैदराबाद के खिलाफ रणजी ट्रॉफी से क्रिकेट करियर की शुरुआत की। उन्होंने अपनी पहली पारी में हैशटैमुद्दीन अली खान, एमवी रामनमूर्ति और राजेश यादव को बैक टू बैक आउट कर हैट्रिक बनाया। इस मैच में उन्होंने 85 रन देकर 7 विकेट लिए थे।
श्रीनाथ की पर्सनल लाइफ की बात करें तो पहली पत्नी से तलाक के बाद 2007 में उन्होंने माधव पतरावली नाम की एक पत्रकार के साथ शादी की।
श्रीनाथ ने 1991 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया और उन्होंने इतना अच्छा परफॉमेंस दिया कि 1992 में उन्हें इंडियन क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया।
श्रीनाथ को 1996 में भारत के सबसे बड़े खेल सम्मान अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
श्रीनाथ का बेस्ट टेस्ट आंकड़ा पाकिस्तान के खिलाफ था जब उन्होंने ईडन गार्डन्स पर 86 रन देकर आठ विकेट लिए थे।
अहमदाबाद में 1996-97 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने अपना सबसे अच्छा परफॉमेंस दिया, इस मैच में उन्होंने 21 रन देकर छह विकेट लिए थे।
श्रीनाथ 229 मैचों में 315 विकेट लिए हैं। वो वन-डे इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। 67 टेस्ट मैच में 236 विकेट लेने वाले श्रीनाथ अपने रिटायरमेंट के समय कपिल देव के बाद भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर के तेज गेंदबाज थे। बाद में ज़हीर खान उनसे आगे निकल गए।
श्रीनाथ ने 4 आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप खेले थे। 1992, 1996, 1999 और 2003 में खेले वर्ल्ड कप में श्रीनाथ के नाम पर 44 विकेट दर्ज हैं। जो किसी भारतीय गेंदबाज के सबसे ज्यादा विकेट का रिकॉर्ड है।
श्रीनाथ ने पाकिस्तान के खिलाफ साल 1999 में कोलकाता में हुए टेस्ट मैच में 132 रन देकर 13 विकेट लिए थे। भारत की तरफ से ये बेस्ट गेंदबाजी का प्रदर्शन था।
2003 में उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया। एक खिलाड़ी के रूप आपना करियर पूरा करने के बाद श्रीनाथ 2006 में मैच रेफरी बने और अभी भी वह ये भूमिका निभा रहे हैं।