IPL 2021 postponed होने के कारण BCCI को हो सकता है 2000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान
स्पोर्ट्स डेस्क: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईपीएल 2021 (IPL2021) को स्थगित कर दिया गया है। हालांकि सीरीज के सितंबर में होने के कयास लगाए जा रहे है। लेकिन सीरीज को बीच में ही इसे रोकने से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को करोड़ों का नुकसान हुआ है। बता दें कि इस साल 8 टीमों के बीच कुल 60 मैच होने थे। लेकिन 60 में से केवल 29 मैच ही हो सकें। जिसकी वजह से BCCI को 2000 करोड़ से ज्यादा नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है।
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आईपीएल 2021 के मैचों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है और यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि खिलाड़ी जिस बायो बबल में रह रहे थे, वह फट गया है। जिसके चलते कई खिलाड़ी कोविड पॉजिटिव पाए गए।
आईपीएल स्थगित होने से जितना बड़ा झटका क्रिकेट प्रेमियों को लगा है। उससे कहीं ज्यादा आईपीएल करवाने वाली BCCI को लगा है। हालांकि, बीसीसीआई के लिए यह फैसला लेना आसान नहीं था। बीच में आईपीएल को रोकने से उन्हें लगभग 2200 करोड़ का नुकसान हो सकता है।
जिन स्पोर्ट्स चैनल पर आईपीएल मैच दिखाए जाते हैं, उसके लिए बीसीसीआई को चैनल से पैसा मिलता है। इस साल आधे मैच होने से वहां से पैसा कम आएगा। बता दें कि, बीसीसीआई ने पांच साल के लिए इन चैनलों से 16 हजार 347 करोड़ का अनुबंध किया है।
हर साल बीसीसीआई को लगभग 3200 करोड़ रुपये की कमाई चैनल के जरिए होती है। 1 मैच का लगभग 54 करोड़ रुपये मिलता है। यानी की बचे हुए मैच ना होने से उन्हें 1674 करोड़ का नुकसान हो सकता है।
आईपीएल 2021 के एसोसिएट स्पॉन्सर और टाइटल स्पॉन्सर की कंपनियों से बीसीसीआई को हजारों करोड़ रुपये आते थे, लेकिन अब ये कंपनियां इसका पूरा भुगतान नहीं करेंगी।
फिलहाल आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सर कंपनी बीसीसीआई को 440 करोड़ रुपये सालाना देती है जबकि हर को-स्पॉन्सर कंपनी सालाना 120 करोड़ रुपये देती है। लेकिन अब बीसीसीआई को इसकी आधी रकम मिलेगी।
बीसीसीआई को इन माध्यमों से जो कमाई होती है, वह उसे आठ फ्रैंचाइजियों को बांटता है। लेकिन इस बार कमाई आधी हो जाने से फ्रैंजाइजियों को भी कम पैसा दिया जाएगा। ऐसे में टीमों को भी बड़ा नुकसान होगा।
खिलाड़ियों को आने-जाने, रहने-खाने पीने का पूरा खर्चा आईपीएल की टीमें ही उठाती हैं। ऐसे में अगर विदेशी खिलाड़ी वापस अपने देश जाते है और दोबारा टूर्नामेंट के लिए उन्हें बुलाया जाता है, तो टीमों को फिर से खर्चा करना पड़ेगा।