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क्या जडेजा के बाहर होने से कमजोर होगी टीम इंडिया, ये 4 खिलाड़ी ले सकते हैं उनकी जगह
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भले ही ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय टीम ने गाबा के मैदान पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज तीसरी बार अपने नाम कर ली हो, लेकिन इस दौरे पर आधा दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी चोटिल हो गए है।
उन्हीं में से एक है भारतीय टीम के धुआंधार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा। उन्हें सिडनी में खेले गए तीसरे टेस्ट में बैटिंग के दौरान बाएं हाथ में मिचेल स्टॉर्क की गेंद लग गई थी। ये चोट इतनी गंभीर थी कि जडेजा के बाएं हाथ का अंगूठा टूट गया था। इसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा टेस्ट मैच भी नहीं खेल पाए थे।
अब इंग्लैंड के खिलाफ 5 फरवरी से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में भी वह किसी मुकाबले का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 5 फरवरी से चेन्नई के स्टेडियम में खेला जाएगा, वहीं आखिरी टेस्ट मैच 4 मार्च को होगा। इसके बाद 12 मार्च से 5 मैचों की टी20 सीरीज का आगाज होगा और 23 मार्च से 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी।
डॉक्टर्स के मुताबिक जडेजा को चोट से उबरने में छह हफ्ते का समय लगेगा। ऐसे में वह टेस्ट सीरीज का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। लेकिन हो सकता है कि वनडे और टी 20 में वो टीम में शामिल किए जाएं।
विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो चुका है। ऐसे में 4 ऐसे खिलाड़ी हैं, जो मैच के दौरान टीम में जडेजा की कमी को पूरा कर सकते हैं।
इसमें सबसे पहला नाम आता है भारतीय टीम के रॉकस्टार और धुआंधार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) का। हालांकि हार्दिक ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट के दौरान टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन उन्होंने वनडे और टी 20 में शानदार परफॉर्मेंस दी थी, 3 मैचों की टी20 सीरीज में वह मैन ऑफ द सीरीज भी चुने गए थे। अपनी पीठ की सर्जरी के बाद उन्होंने ज्यादा बॉलिंग तो की नहीं है, लेकिन वह बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं और समय आने पर शानदार ओवर्स इंग्लैंड के खिलाफ डाल सकते हैं।
जडेजा के विकल्प के रूप में आर अश्विन (Ravichandran Ashwin) को भी देखा जा सकता है। गेंदबाजी से कमाल दिखाने के साथ ही वह बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। इसकी बानगी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में देखी गई थी। जहां चोटिल होने के बाद भी अश्विन ने हनुमा विहारी के साथ 62 रनों की साझेदारी करते हुए मैच को ड्रॉ करवाया था। इस मैच में अश्विन 128 गेंदों पर 39 रन बनाकर नाबाद लौटे थे।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान अपना डेब्यू करने वाले वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) भी एक बेहतरीन ऑलराउंडर की भूमिका निभा सकते हैं। सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गेंद और बल्ले दोनों से अपने बेहतरीन प्रदर्शन की छाप छोड़ी है। आखिरी मैच की पहली पारी में एक पेशेवर बल्लेबाज की तरह बल्लेबाजी करते हुए 144 गेंदों का सामना कर 62 रन की पारी खेली। वहीं, डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ियों का विकेट भी लिया।
दूसरी ओर, शार्दुल (Shardul Thakur) ने इस मौका को शानदार तरीके से भुनाया। पहली पारी में बल्ले के साथ शार्दुल ने तब मोर्चा संभाला, जब 186 के स्कोर पर भारत के 6 विकेट गिरे चुके थे। उन्होंने इस पारी में 67 रन बनाए, इसके अलावा 7 विकेट भी झटके।