कोरोना के बीच इस वायरल फोटो के साथ बोला जा रहा बड़ा झूठ, तस्वीर पाकिस्तान की है
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तस्वीर के साथ भावनात्मक दावा
सोशल मीडिया पर बच्चे की मास्क बेचने वाली तस्वीर के साथ भावनात्मक दावा किया जा रहा है कि लड़का उन लोगों के लिए मुफ्त में मास्क दे रहा है जिनके पास पैसा नहीं है, क्योंकि उनकी मां ने उसे जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए कहा है। इस तस्वीर को ट्विटर, फेसबुक सहित कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जा रहा है।
वायरल तस्वीर का सच क्या है?
तस्वीर को गूगल पर रीवर्स इमेज सर्च करने पर सच सामने आ गया। हकीकत ये है कि तस्वीर के साथ कोई भावनात्मक कहानी नहीं है। मामला पाकिस्तान के कराची का है। साल साल का उजबिल्लाह अपने भाई के साथ कराची की गलियों में मास्क बेच रहा है।
तस्वीर के साथ खबरें भी दिखीं
तस्वीर के साथ कई वेबसाइट पर खबरें भी मिलीं। इन वेबसाइटों के अनुसार तस्वीर समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ली है। फोटोग्राफर अख्तर सोमरो को क्रेडिट देते हुए तस्वीर को रायटर वेबसाइट पर डाला गया है।
मूल तस्वीर के साथ क्या कैप्शन है
तस्वीर के साथ कैप्शन लिखा है, सात साल का उजबिल्ला। चेहरे पर मास्क। पाकिस्तान में सड़क के किनारे पर अपने भाई के साथ मास्क बेचते हुए। तस्वीर लेने की तारीख 31 मार्च 2020 है।
क्या तस्वीर की भावनात्मक कहानी है?
जहां पर तस्वीर की मूल कॉपी मिली, यानी रायटर। वहां पर तो ऐसी कोई कहानी नहीं मिली। किसी पाकिस्तानी मीडिया ने भी ऐसी किसी भावनात्मक कहानी का उल्लेख किया।
निष्कर्ष
रायटर की तस्वीर के साथ जो कैप्शन मिला, उसके अलावा हमें लड़के के बारे में और कोई जानकारी नहीं मिली। ऐसे में निष्कर्ष निकलता है कि बच्चे के बारे में फेसबुक पर किया जा रहा दावा भ्रामक है।