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जब-जब धरती हिली है, कहीं बर्बादी छोड़ गई, तो कहीं दिलों में डर, देखिए विनाशकारी भूकंप की कुछ पुरानी तस्वीरें
चंडीगढ़. जब-जब धरती हिलती है, लोगों के दिलो-दिमाग को झटका लगता है। उत्तरभारत में शुक्रवार सुबह फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। दिल्ली-एनसीआर के बाद हरियाणा में 2.3 की तीव्रता का भूकंप आया। ये झटके हरियाणा के रोहतक और आसपास आए। इसका समय सुबह करीब 5.30 बजे था। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के वैज्ञानिकों ने बताया कि भूकंप का केंद्र रोहतक जिले से 15 किलोमीटर दूर था। गुरुवार को मिजोरम में 5.0 तीव्रता के झटके आए थे। दुनिया में अकसर भूकंप आते रहते हैं। लेकिन कुछ अपने पीछे विनाश छोड़ जाते हैं। 26 जनवरी, 2001 में गुजरात के भुज और कच्छ में आया भूकंप हो या अप्रैल 2015 में नेपाल में आया भूकंप..इन्होंने मानों पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। आखिरी आंकड़े बताते हैं कि अकेले भुज और कच्छ में ही 12000 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, नेपाल में अए भूकंप में 9000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। भूकंप के दो मुख्य कारण हैं। पहला धरती के अंदर गैस का प्रवाह या भूस्खलन। जिन क्षेत्रों में भूगर्भीय गतिविधियां अधिक होती हैं, वहां के लोगों को भूकंपरोधी घरों का निर्माण कराना चाहिए। आइए दिखाते हैं दुनिया में आए कुछ विनाशकारी भूकंप के बाद की तस्वीरें, मकसद है कि मुसीबतों से डरे नहीं, डटकर खड़े रहें...
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यह तस्वीर 8 फरवरी, 2018 को ताइवान के हुलिएन में आए विनाशकारी भूकंप की है।
यह तस्वीर 26 जनवरी, 2001 को गुजरात के भुज में आए भूकंप का विनाश दिखाती हैं
भुज में आए भूकंप के कारण मलबे में ऐसे दबे मिले थे लोग।
भुज में आए भूकंप ने इमारतों को तिरछा कर दिया था।
नेपाल में आए भूकंप ने ऐसी बर्बादी ला दी थी।
नेपाल को भूकंप ने बर्बाद करके रख दिया था।
नेपाल में आए भूकंप में बिल्डिंग्स की हालत ऐसी हो गई थी।
यह तस्वीर 4 जुलाई, 2019 को अमेरिका के कैलिफोर्निया में आए भूकंप की है।
यह तस्वीर पाकिस्तान के जालटान की है। यहां 25 सितंबर, 2019 को हुए भूकंप से सड़कें यूं फट गई थीं।
यह तस्वीर हैती में 13 जनवरी, 2010 को आए विनाशकारी भूकंप के बाद की है।
यह तस्वीर कैलिफोर्निया में 1 मार्च, 1964 को आए भूकंप की है।
यह तस्वीर इंडोनेशिया में 2 अक्टूबर, 2018 को आए भूकंप के बाद की है।
यह तस्वीर हैती में 14 जनवरी, 2010 को आए विनाशकारी भूकंप की है।
यह तस्वीर 18 मार्च, 2011 को जापान में आए भूकंप की है।