गंदी नाली में ऐसे पड़ी थी फूल-सी बच्ची...ठीक से मां का दूध भी नहीं पी सकी होगी
पानीपत, हरियाणा. यह तस्वीर किसी भी इंसान का कलेजा चीरकर रख देगी। सिवाय उनके..जिनके सीने में दिल नहीं धड़कते और संवेदनाएं मर चुकी हैं। यह तस्वीर समालखा कस्बे से लगे बुड़शाम गांव से सामने आई है। फूल-सी इस बच्ची को जब गंदी नाली में फेंका गया..तब यह जिंदा थी या मर चुकी थी, यह जांच का विषय है..लेकिन जिसने भी ऐसा किया, वो निर्दयी होगा। जिसने भी यह दृश्य देखा, उसकी आंखें भर आईं। हैरानी की बात यह है कि इस गांव की सरपंच एक महिला है। यह बच्ची गुरुवार सुबह करीब 5.30 बजे गांव के ही एक युवक ने देखी थी। इसके बाद गांवभर में अफरा-तफरी मच गई। कौन है इतना निर्दयी..पुलिस उसे ढूंढ रही..
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यह बच्ची गांव की सरपंच के घर के बाहर नाली में पड़ी मिली। बच्ची मर चुकी थी। सरपंच के पति रामू कुमार ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लिया। सरपंच के पति ने अज्ञात पर केस दर्ज कराया है। आगे देखिए ऐसी ही कुछ तस्वीरें...
ये दोनों तस्वीरें कुछ महीने पहले मध्य प्रदेश के भोपाल में सामने आई थीं। पहली तस्वीर एक कुपोषित बच्चे की है। उसे मां सड़क पर छोड़कर चली गई थी। दूसरी तस्वीर एक बच्ची की है, जो कचरे के ढेर में मिली थी। दोनों बच्चे जिंदा थे।
पहला मामला भोपाल का है। यह बच्चा जन्म देने के 10 दिन बाद फेंक दिया गया था। उसका वजन सिर्फ 1.3 किलोग्राम निकला था। यह बच्चा कुपोषित था। उसके शरीर पर खरोंच के निशान भी थे। दूसरी तस्वीर मप्र के छिंदवाड़ा जिले की है। यह बच्ची झाड़ियों में पड़ी मिली थी। यह मामला भी कुछ महीने पुराना है। आगे पढ़िये छिंदवाड़ा में मिले बच्चे कहानी..
यह मामला छिंदवाड़ा जिले की परासिया तहसील के तामिया का है। यह बच्ची पिछले दिनों तामिया अंतर्गत ब्लाक परासिया की पंचायत बुदलापठार के ग्राम सूठिया में मिली थी। बच्ची को आबादी क्षेत्र से करीब 2 किमी दूर एक नाले में झाड़ियों के बीच फेंका गया था। आगे पढ़िए इसी घटना के बारे में..
वहां से गुजर रहे एक शख्स की नजर जब बच्ची के रोने पर पड़ी, तो उसने फौरन पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची डायल 100 ने नवजात को वहां से निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा।