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शरीर के लिए जहर भी साबित हो सकती है हल्दी, इन 7 लोगों को नहीं करना चाहिए इसका सेवन
हेल्थ डेस्क : हल्दी (Turmeric) के गुणों को तो हम सब जानते हैं। लगभग हर इंडियन डिश में हल्दी का उपयोग होता है। यहां तक की औषधीय रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन कई बार ये हल्दी हमारे शरीर को जहर की तरह नुकसान भी पहुंचा सकती है। जी हां, अधिक मात्रा में हल्दी का सेवन सेहत के लिए घातक हो सकता है। खासकर प्रेग्नेंसी, एमीनिया, पथरी, डायबिटीज और पीलिया होने पर इसका सेवन कम करना चाहिए। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं, कि कब हल्दी का सेवन करने से हम और ज्यादा बीमार (Turmeric side effect) हो सकते है..
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हल्दी को औषधीय गुणों का खजाना और सबसे सेहतमंद मसाला कहा जाता है। आमतौर पर घरों में मसाले के तौर पर इसका इस्तेमाल पाउडर के रूप में किया जाता है। लेकिन ये छोटी सी हल्दी आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव भी डाल सकती है।
खासकर प्रेगेंसी के दौरान हल्दी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि हल्दी की तासीर गर्म होती है। जिससे प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को ब्लीडिंग होने की समस्या हो सकती है या गर्भपात होने के चान्स ज्यादा होते है।
जिन लोगों को डायबिटीज की शिकायत हो उन्होंने भी कम मात्रा में हल्दी खाना चाहिए। क्योंकि शुगर के मरीज अक्सर खून को पतला और ब्लड में शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखने वाली दवाएं खाते हैं। ऐसे में अगर ये लोग हल्दी का सेवन अधिक मात्रा में करते हैं तो ब्लड शुगर की मात्रा बहुत ही कम हो सकती है, जो शरीर के लिए जानलेवा भी हो सकता है।
जिन लोगों को एनीमिया या शरीर में खून की कमी की शिकायत हो, उन्हें भी हल्दी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि एनीमिया के दौरान बॉडी में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा कम हो जाती है। इस दौरान यदि आप हल्दी खाते हैं तो यह आपके शरीर में आयरन को कम कर देता है। जिससे आपकी एनीमिया की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
पीलिया के मरीजों को तो बिलकुल भी हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे उनकी तबीयत और भी खराब हो सकती है।
पथरी होने पर भी हल्दी का सेवन कम कर देना चाहिए। खासतौर पर वो लोग जिन्हें पित्ताशय (Gall bladder) की पथरी हुई हो, वो भूलकर भी हल्दी का सेवन सप्लिमेंट के तौर पर ना करें। खाने में भी हल्दी की मात्रा कम ही रखें।
गर्मियों में अधिकतर लोग नकसीर फूटने यानि की नाक में से खून आने की शिकायत से परेशान रहते हैं। ऐसे लोगों को हल्दी का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। इसके साथ ही जिन्हें रक्तस्त्राव संबंधी कोई अन्य समस्या या Epistaxis हो उन्हें भी हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए या बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि हल्दी खून का थक्का जमने की प्रक्रिया को धीमा करती है।
जो दंपती बच्चे की प्लानिंग कर रहे हैं, उन्हें भी हल्दी का सेवन कम करना चाहिए। क्योंकि हल्दी शरीर में टेस्टोस्टेरॉन की मात्रा को कम करने का काम करती है। साथ ही यह पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या को भी कम करती है।