- Home
- Sports
- Cricket
- IPL 2020 में आया जम्मू कश्मीर का पहला क्रिकेटर, पिता ने ट्रेनिंग दे देकर बेटे को बनाया धुरंधर खिलाड़ी
IPL 2020 में आया जम्मू कश्मीर का पहला क्रिकेटर, पिता ने ट्रेनिंग दे देकर बेटे को बनाया धुरंधर खिलाड़ी
स्पोर्ट डेस्क. IPL 2020 abdul samad the first kashmiri cricketer: यूएई में खेले जा रहे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में प्रदेश के 18 वर्षीय युवा बल्लेबाज अब्दुल समद (Abdul Samad) की धमक भी देखने को मिल रही है। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) रणजी क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे स्टार बल्लेबाज अब्दुल समद सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) की ओर से खेलते दिख रहे हैं। आईपीएल (IPL) की निलामी में सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 20 लाख की बेस प्राइज में खरीदा है। वह आईपीएल 2020 में खेलने वाले जम्मू और कश्मीर के पहले क्रिकेटर हैं। आइए जानते हैं कि आखिर कैसे अब्दुल समद के दुनियाभर के दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेलने के मुकाम तक पहुंचने का संघर्ष-
- FB
- TW
- Linkdin
आईपीएल 2020 के लिए जब नीलामी प्रक्रिया पूरी हुई तो समद के रिका्रड को देखा गया उन्होंने सेलेक्टर्स को एक शानदार अॉलराउंडर के तौर पर इम्प्रेस किया।
लगभग सभी टीमों में हर बार की तरह इस बार भी कुछ शीर्ष खिलाड़ियों के अलावा, जिला और राज्य स्तर के ऐसे खिलाड़ी हैं जो खेल में अच्छी शुरुआत करने के लिए उतरते हैं, और अपने लिए एक नाम बनाते हैं। ऐसे ही खिलाड़ी हैं अब्दुल समद। इस खिलाड़ी के बारे में खास बात ये है कि यह खिलाड़ी जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है जहां धारा 370 हटने के बाद से तनाव है।
अब्दुल आईपीएल 2020 के लिए चुने जाने वाले घाटी के पहले खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं। उनका जन्म 24 अक्टूबर 2001 को हुआ है। फैमिली बैकग्राउंड की बात करें तो समद के पिता फिजिकल एजुकेशन टीचर हैं। वे बच्चों को ट्रेनिंग देते हैं। समद के पिता का हमेशा से सपना था कि उनके बच्चे क्रिकेट खेलें। पिता ने ट्रेनिंग कोच के बलबूते ही बेटे को इस मुकाम तक पहुंचाया है।
जब समद IPL के लिए सेलेक्ट हुए तो उनके पिता मोहम्मद फारूक ने बेटे का चयन को लेकर बहुत खुशी जताई थी। उन्होंने कहा था- "मैं बहुत खुश हूं, मुझे हमेशा उम्मीद थी कि मेरा बच्चा इस स्तर तक पहुंच जाएगा। वह वहाँ पहुँच गया। मैं खुश हूं कि उसे आईपीएल में खेलने का मौका दिया गया है। मैंने खुद क्रिकेट क्लब मैच खेले हैं। मैं एक गेंदबाजी ऑलराउंडर था। मैं हमेशा चाहता था कि मेरे बच्चे क्रिकेट खेलें।”
(पूर्व क्रिकेटर रंजीत कालरा के साथ समद)
उन्होंने आगे कहा, “आईपीएल एक बहुत बड़ा स्तर है, शुरूआत में आईपीएल में जम्मू और कश्मीर के तीन लोग थे। इस स्तर तक पहुंचना बहुत बड़ी बात है। अगर अब्दुल इस जगह पर पहुंच गया है, तो अब कई और बच्चे भी इससे प्रेरित होंगे। यहां इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है। हमारे नवोदित क्रिकेटर यहां बहुत प्रतिभाशाली हैं।”
बता दें कि हैदराबाद ने अब्दुल को टीम में मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में शामिल किया है, जो टीम की आवश्यकता होने पर गेंदबाजी भी कर सकते हैं।
अब्दुल समद, सैयद मुश्ताक अली टी 20 लीग, विजय हजारे ट्रॉफी और लगातार चल रहे रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में अपने निरंतर प्रदर्शन के लिए सुर्खियों में आया है। अगर उनके प्रदर्शन के बारे में बात करें तो, 18 वर्षीय इस खिलाड़ी ने एक रणजी ट्रॉफी मैच में 10 चौकों और तीन छक्कों के साथ 78 रन बनाए थे।
बता दें, रणजी ट्राफी में समद ने अपनी बेखौफ बल्लेबाजी के दम पर सबका ध्यान आकर्षित किया था। सैयद मुश्ताक अली ट्राफी और रणजी में शानदार बल्लेबाजी के दौरान ही उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने ट्रायल के लिए बुलाया था। दाहिने हाथ के बल्लेबाज एवं बाएं हाथ के लेग स्पिनर समद ने वर्ष 2018-19 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में डेब्यू किया। 27 सितंबर 2019 को विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला जबकि 9 दिसंबर 2019 को रणजी ट्रॉफी में खेले।
सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए अब्दुल समद को डेविड वॉर्नर और केन विलियम्सन जैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के साथ खेलने और ड्रेसिंग रूम शेयर करने का मौका मिलेगा।