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सीएम के जन्मदिन पर विशेषः जाने कौन हैं हेमंत सोरेन,कैसा रहा इनका राजनीतिक सफर,उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें
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कौन है हेमंत सोरेन?
10 अगस्त 1975 को रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में पैदा हुए हेमंत सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री और आदिवासी नेता शिबू सोरेन के बेटे हैं। 2019 के विधानसभा में भारी जीत के साथ सहयोगी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई। इस प्रकार वे दूसरी बार झारखंड के सीएम बनें।
पिता शिबू सोरेन है बड़े राजनीतिज्ञ
सीएम हेमंत सोरेन के पिताजी शिबू सोरेन बहुत बड़े राजनीतिज्ञ रह चुके हैं जिसके चलते उन्हें झारखंड में राजनीति का गुरु माना जाता है। उनसे ही सीख रहे है राजनीति के गुण।
खाली समय में नई नई डिश बनाना पसंद
झारखंड के सीएम प्रदेश की राजनीति की बागडोर संभालने के साथ कुकिंग का भी शौक रखते है, उन्हें खाली समय के दौरान नए-नए प्रकार की डिश बनाना बेहद पसंद है। खाली समय में कुछ नया बनाने को किचन में पुहंच जाते है।
राजनीति से दूर रहने के बाद भी बने बेहतरीन नेता
बचपन में वे राजनीति से दूर रहना चाहते थे, लेकिन बड़े होकर एक बेहतर पॉलिटिशियन बने और झारखंड में अपना परचम लहराया। 1990 में पटना से मैट्रिक पास की। उसके बाद रांची के बीआईटी मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। हेमंत के दो भाई और एक बहन है। उनकी पत्नी का नाम कल्पना सोरेने है।
पत्नी ने दिया पूरा साथ
उनके पूरे राजनीतिक कैरियर में उनकी पत्नी कल्पना ने उनका बहुत ज्यादा सहयोग दिया है। वह बराबर से उनके साथ सदैव खड़ी रहती हैं, और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती रहती हैं। इसलिए उनकी राजनैतिक कार्यों में उनकी पत्नी की सबसे बड़ी हिस्सेदारी मानी जाती है।
केंद्र में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं सीएम सोरेन, फिर डिप्टी सीएम बने
अपने राजनीतिक करियर में झारखंड राज्य के दो बार के सीएम रहने से पहले हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन के मुख्यमंत्री रहते केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं। बाद में वे 11 सितंबर 2010 से 8 जनवरी 2013 तक झारखंड के डिप्टी सीएम बने।
नई तकनीक के जानकार, और शौकीन
इसके अलावा सीएम हेमंत सोरेन नई तकनीकों के जानकार हैं। उन्हें नए-नए इलेक्ट्रॉनिक गेजेट्स तलाश कर उन्हें चलाना और उनकी तकनीक के बारे में जानने का बेहद ज्यादा शौक है। वे अपने पास आईपैड जैसे हैंडहेल्ड गैजट भी रखना पसंद करते हैं। उन्होंने ने अपनी पढ़ाई के समय मैकेनिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश भी लिया था, लेकिन स्टडी पूरी नहीं कर पाए।
राजनीतिक सफरः बड़े भाई के देहांत के बाद पूरी तरह से राजनीति में सक्रिय हुए
हेमंत सोरेन ने 2005 में राजनीतिक की शुरूआत की। पहली बार दुमका से विधानसभा चुनाव लड़ा। इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बड़े भाई की मृत्यु के बाद पूरी तरह से राजनीति में सक्रिय हुए। 2009 में उन्हें जेएएम नेता के रूप में मुख्य केंद्र बना दिया गया। 24 जून 2009 को राज्यसभा के सदस्य बने। 23 सितंबर 2009 को वे पहली बार विधायक बनें। 11 सितंबर 2009 को झारखंड के डिप्टी सीएम बनें। 2013 में पहली बार युवा सीएम बने।
आज मना रहे अपना 47 वां बर्थ डे
राज्य के मुख्यमंत्री सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन का आज 47वं बर्थडे है। जन्मदिन के अवसर पर सीएम ने अपने पिता देशोम गुरुजी और मां का आशिर्वाद लिया।
बधाई देने वालों का जताया आभार
कार्यकर्ता यहां पर शुभकामनाएं देने पहुंचे हैं। इन लोगों ने यहां पर आकर के हमारे उत्साह को और बढ़ाया है। सभी कार्यकर्ताओं को मेरी ओर से बहुत-बहुत धन्यवाद आभार। आप लोगों का प्यार मिलता रहे, आप लोगों का आशीर्वाद मिलता रहे और मैं मजबूती से आपके लिए और झारखंड वासियों के लिए काम कर सकूं। बहुत-बहुत धन्यवाद सबको जोहार। इसके अलावा उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से भी जन्मदिन की बधाईयां मिल रही।