MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • States
  • Madhya Pradesh
  • नेहरूजी ने जैसे ही यहां कराई तांत्रिक पूजा, 1962 के युद्ध में चीन के पैर उखड़ गए थे

नेहरूजी ने जैसे ही यहां कराई तांत्रिक पूजा, 1962 के युद्ध में चीन के पैर उखड़ गए थे

दतिया, मध्य प्रदेश. यूपी के झांसी और ग्वालियर के बीच बसा है दतिया। यह नगर बुंदेलखंड की ऐतिहासिक विरासत का गवाह है। इसके साथ ही यहां स्थित मां पीतांबरा पीठ देश-दुनिया में प्रसिद्ध है। यहां आम दिनों में ही सैकड़ों भक्त पहुंचते हैं। शनिवार यहां होने वाली मां धूमावती की आरती में देशभर से हजारों की भीड़ उमड़ती है। नवरात्र में भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। पीतांबरा पीठ तांत्रिक अनुष्ठान के लिए जानी जाती है। सरकार बनाने और बिगाड़ने की कामनाएं हों या देश-दुनिया के हितों की बात, यहां अकसर तांत्रिक अनुष्ठान होते रहते हैं। यहां हुए अनुष्ठान अपना असर दिखाते हैं। कहते हैं कि 1962 के युद्ध में जब चीन हावी होने लगा, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने यहां तांत्रिक अनुष्ठान कराया था। इसके बाद चमत्कार हुआ और चीन के पैर उखड़ गए। 17 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो गए हैं। आइए इसी संदर्भ में हम पीतांबरा पीठ की कहानी बताते हैं...

2 Min read
Asianet News Hindi
Published : Oct 17 2020, 01:55 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
19

एक बार फिर से चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। बॉर्डर पर वो लगातार हिंसा कर रहा है। 1962 के युद्ध में भी वो भारतीय सेना का पराक्रम देख चुका है। इस युद्ध में चीनी सेना के पीछे हटने के पीछे भारतीय सेना की बहादुरी रही। वहीं, यह भी माना जाता है कि दतिया स्थित पीतांबरा पीठ पर हुए तांत्रिक अनुष्ठान का भी असर हुआ।

29

1962 के युद्ध में एक बारगी चीन हावी होने लगा था। तब तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को पीतांबरा पीठ का ध्यान आया। उन्होंने विराजी मां बगलामुखी के मंदिर में 51 कुंडीय महायज्ञ कराया। कहा जाता है कि तांत्रिक अनुष्ठान का असर हुआ और युद्ध के 11वें दिन चीनी सेना पीछे हट गई।

39

यह है दतिया स्थित पीतांबरा पीठा का मुख्य द्वार। यहां 1962 के समय यज्ञ के लिए बनाई गई यज्ञशाला आज भी मौजूद है। कहते हैं कि अन्य युद्धों के दौरान भी यहां तांत्रिक अनुष्ठान कराए गए।

49

पीतांबरा पीठ की स्थापना 1935 में स्वामीजी महाराज ने कराई थी। यह पीठ उनके तप की गवाह है। आज दुनियाभर में उनके अनुयायी मौजूद हैं।
 

59

पीतांबरा पीठ में स्थित वनखंडेश्वर शिवलिंग को महाभारतकालीन माना जाता है। तस्वीर में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ वनखंडेश्वर शिवलिंग पर पूजा करते हुए।

69

पीतांबरा पीठ में विराजी मां बगुलामुखी के दर्शन एक छोटी-सी खिड़की के जरिये होते हैं। तस्वीर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मां के दर्शन करते हुए।

79

यहां देशभर के दिग्गज नेता मां के दर्शन करने पहुंचते हैं। तस्वीर में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वनखंडेश्वर शिवलिंग के दर्शन करते हुए।

89

वनखंडेश्वर शिवलिंग पर पूजा-अर्चना करते हुए राहुल गांधी। साथ में हैं क्रमश: बायें से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ।

99

पूर्व राष्ट्रपति स्व. प्रणब मुखर्जी और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया मां के दरबार में।

About the Author

AN
Asianet News Hindi
एशियानेट न्यूज़ हिंदी डेस्क भारतीय पत्रकारिता का एक विश्वसनीय नाम है, जो समय पर, सटीक और प्रभावशाली खबरें प्रदान करता है। हमारी टीम क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर गहरी पकड़ के साथ हर विषय पर प्रामाणिक जानकारी देने के लिए समर्पित है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved