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मुंबई की बरिश में फंस गया सब्जीवाला, जूते लिए सिर को रुमाल से ढककर रोता रहा..देखिए बेबसी की तस्वीरें
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दरअसल, बेबसी की यह तस्वीर राजधानी के भिंडी बाजार की है, जब यहां सब्जी बेचने वाला 45 साल के अशोक सिंह चक्रवाती हवाएं और बारिश में फंस गया। वह जब अपने घर नहीं जा पाया तो ऐसे वो मजबूर होकर शहर के किंग सर्कल पर बने एक डिवाइडर पर हाथ में जूते लिए बैठ गया। उसने जेब से एक रुमाल निकाला और अपने सिर पर ढक लिया। उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे, वह बहुत ही दुखी था, लेकिन, जिस तरह इस सीजन की सबसे भारी बारिश हुई वह नहीं जा पाया।
पिछले तीन दिन से जारी बारिश में मुंबई का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। मायानगरी का हर इंसान थका हुआ और हताश नजर आ रहा है। हर किसी के चेहरे यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर ये परेशानी कब खत्म होगी।
दक्षिण मुंबई के कई इलाके जलमग्न हो गए, यहं पर पूरी तरह से यातायात ठप हो गया, सड़कों पर तालाब जैसे दृश्य देखने को मिल रहे हैं। तस्वीर में आप देख सकते हैं, किस तरह एक आम आदमी सेड पर सुकून की नींद सो रहा है।
सड़कों पर लोगों की कमर से ज्यादा पानी भर गया है। पानी इतना है कि गाड़ियां पूरी तरह से डूब गई हैं, इसके बावजूद भी लोग मजबूर होकर अपने घरों को जा रहे हैं। मुंबई के अंधेरी इलाके में 4 से 5 फीट तक पानी भरा हुआ है, पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे घरों में रहें, जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक बाहर न निकलें।
पिछले 12 घंटे में कोलाबा इलाके में इतनी बारिश हुई जितनी कि 46 साल में नहीं हुई। जो जहां पर गया था वह वहीं थम गया, तस्वीर में देखिए एक दूधवाला किस तरह अपनी साइकिल के साथ बीच सड़क पर फंसा हुआ है।
तस्वीर में आप देख सकते हैं कि किस तरह एक ऑटो बारिश के कहर में बीच सड़क पर फंस गया। किसी तरह ऑटो चलाक और लोगों की मदद उसको बाहर निकाल रह है।
मुंबई के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। सायन, माटुंगा, खार सबवे, दादर टीटी, माटुंगा, शेख मिस्त्री दरगाह, पोस्टल कॉलोनी, चेंबूर, चूना भट्टी, मानखुर्द रेलवे स्टेशन, तिलकनगर, अंधेरी सबवे, मिलन सबवे, खार सबवे, दहिसर सबवे, मालाड सबवे, नैशनल कॉलेज (बांद्रा), जोगेश्वरी मालाड, कांदिवली, बोरिवली और दूसरे इलाकों में पानी भर गया।
हजारों की संख्या में पेड़ टूट गए गिर गए। घरों में पानी घुस गया और लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ टीम ने बुधवार रातभर काम में जुटी रही। इतना ही नहीं सड़कों पर नांव चलाई गईं।