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पत्नी जब नहीं भूली अपना पहला प्यार, पति ने चली एक चाल और फिर सामने आई चौंकाने वाली घटना
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पुलिस इंस्पेक्टर मोहन शिंदे ने बताया कि अयाज की पत्नी और सौरभ बहुत पहले से एक-दूसरे को जानते थे। शादी के बाद भी सौरभ और अयाज की पत्नी मोबाइल पर संपर्क में थे। इसकी भनक अयाज को लग चुकी थी। उसने कई बार पत्नी को समझाया, लेकिन वो नहीं मानी। इसके बाद अयाज ने सौरभ की हत्या की कहानी रची। आगे पढ़ें इसी कहानी के बारे में...
आरोपियों ने सौरभ का अपहरण किया था। उसकी लाश शुक्रवार को औंध इलाके में झाड़ियों में पड़ी मिली थी। पुलिस ने जब सौरभ का फोन ट्रेस किया, तो अयाज की पत्नी का नाम सामने आया। दोनों की कॉल डिटेल निकालने पर मामला प्रेम प्रसंग का निकला।
आगे पढ़ें...पत्नी की स्कूल टाइम की लवस्टोरी में 9 साल बाद आया ट्वीस्ट
यह मामला हरियाणा के गुड़गांव का है। रधाना निवासी सुरेश 5 महीने पहले लापता हो गया था। पिछले दिनों इस हत्याकांड का खुलासा हुआ था। पत्नी ने पहले प्यार सुखबीर के हाथों पति की हत्या करवा दी थी। पुलिस ने जब डूमरखां निवासी सुखबीर को पकड़ा, तो उसने सारी कहानी बयां कर दी। आरोपी ढाबा चलाता है। उसने सुरेश की लाश ढाबे के आंगन में गाड़ दी थी। सुनीता नामक महिला ने भिवानी के गांव बड़ेसरा के एक व्यक्ति की अपने पति से हत्या कर करवा दी थी। इसके बाद पति जेल चला गया। इस दौरान सुनीता अपने पहले प्यार सुखबीर के संपर्क में आ गई। 6-7 महीने पहले जब पति जेल से छूटकर आया, तो उसे सुनीता और सुखबीर के संबंधों के बारे में पता चला। सुनीता किसी प्राइवेट कंपनी में काम करती थी। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
सुरेश की 5 महीने पहले सुनीता के पहले प्रेमी सुखवीर उर्फ सुक्खी ने अपने ढाबे पर सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी ने उसकी लाश ढाबे में ही दफना दी थी। इसके लिए सुनीता और सुखवीर ने मोबाइल पर पूरी प्लानिंग की थी। इस हत्याकांड में सुखवीर का दोस्त मनोज भी शामिल हो गया। सुरेश की हत्या के बाद सुखवीर ने सुनीता को कॉल करके कहा था कि कर दिया आपका काम। इस पर सुनीता ने जवाब दिया था कि सही किया। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
सुरेश के जेल जाने के बाद सुखबीर और सुनीता दुबारा मिलने लगे। लेकिन जब सुरेश को इसका पता चला, तो उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया गया। सुखबीर ने सुरेश को अपने ढाबे पर बुलाया था। यहां दोनों ने शराब पी। जब सुरेश बेहोश हो गया, तो सुखबीर ने उसे गोली मार दी। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
लंबे समय तक अपने बेटे से संपर्क नहीं होने पर सुरेश के पिता रधाना निवासी राममेहर ने एक सितंबर को गुड़गांव सेक्टर-5 पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। सुनीता ने पुलिस को बयान दिया था कि सुरेश उससे लड़-झगड़कर कहीं चला गया है। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
सुनीता ने बताया कि 9 साल पहले सुखबीर और वो स्कूल पढ़ने जाते थे। उसी समय दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए थे। सुखबीर नरवाड़ा पढ़ने जाता था, जबकि सुनीता बड़ेसरा गांव से खरल गुरुकुल। दोनों की मुलाकात डुमरखां बस अड्डा पर होती थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि 12 अप्रैल को सुरेश और उसकी पत्नी में झगड़ा हुआ था। उसे सुनीता और सुखवीर के अफेयर के बारें में पता चल गया था। यह बात सुनीता ने फोन पर सुखवीर को बताई थी। सुनीता ने सुखवीर को उकसाया था कि सुरेश पहले ही एक मर्डर कर चुका है, अगर उसे नहीं रोका गया, तो वो तुम्हें भी नहीं छोड़ेगा। यह सुनकर सुखवीर ने सुरेश की हत्या करने की ठान ली।