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कबाड़ से जुगाड़: खाली ड्रम और टॉयर के प्रयोग से तैयार कर दिए डिजाइनर फर्नीचर, डिमांड बढ़ी तो नौकरी छोड़ दी
पुणे. इसे कहते हैं कबाड़ से जुगाड़(recycling products) का गजब आइडिया! पुणे के रहने वाले 29 वर्षीय इंजीनियर प्रदीप जाधव पुराने टायर और बैरल(Barrel) यानी खाली ड्रम जैसे उत्पादों को रिसाइकिल करके डिजाइनर फर्नीचर तैयार कर रहे हैं। प्रदीप जाधव के अनुसार, उन्होंने नौकरी छोड़कर 2019 में यह काम शुरू किया था। इस समय उनके साथ 12 लोगों को रोजगार मिला हुआ है। इनके स्टार्टअप का नाम ‘Gigantiques’ है। ये इंडस्ट्रियल वेस्ट को अपसायकल करके फर्नीचर, होम डेकॉर की चीजें बनाते हैं।
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प्रदीप के ये प्रॉडक्ट्स न सिर्फ बेकार की चीजों या कबाड़ के सही इस्तेमाल का मैसेज देते हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक सार्थक पहले करते हैं। इनके प्रॉडक्ट्स की अब दूर-दूर से डिमांड आने लगी है।
प्रदीप जाधव एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। ये 10वीं तक सरकारी स्कूल में पढ़े। इसके बाद ITI में प्रवेश लिया। डिप्लोमा करने के बाद ये पुणे की एक कंपनी में जॉब करने लगे। यहां पढ़ाई के साथ-साथ मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए कॉलेज में एडमिशन भी ले लिया।
प्रदीप बताते हैं कि वर्ष, 2016 में डिग्री लेने के बाद उनकी जॉब पुणे की एक मल्टीनेशनल कंपनी में लग गई। लेकिन बचपन से ही अपना कुछ करने का मन था। इसलिए शुरू में बुक स्टोर भी खोला। लेकिन घाटा होने पर बंद करना पड़ा। फिर बिजनेस आइडिया आया।
प्रदीप ने शुरू में नौकरी के साथ अपना बिजनेस जमाया। सबसे पहले कुर्सी और मेज डिजाइन किया। दोस्तों ने उनकी मदद की। ये प्रॉडक्ट्स लोगों को पसंद आए। इसके प्रचार-प्रचार के लिए प्रदीप ने 2018 में सोशल मीडिया पर अपना एक पेज बनाया।
प्रदीप बताते हैं कि 2019 में नौकरी छोड़कर वे पूरी तरह इसी काम में जुट गए। आज उनके पास पुणे के अलावा मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों से भी ऑर्डर आते हैं। अब तक वे एक लाख से अधिक बैरल, 50 हजार से अधिक टॉयरों और 5 हजार से अधिक वाहनों को अपसायकल कर चुके हैं।