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PHOTOS: चीन ने बांधा बोरिया बिस्तर, देखिए कैसे टैंक और टैंट उखाड़ कर पीछे हट रही PLA

नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं पैंगोंग झील से पीछे हट रही हैं। हाल ही में सेना ने इससे जुड़ीं तस्वीरें और वीडियो जारी किया है। इनमें देखा जा सकता है कि कैसे चीनी सेना अपना बोरिया बिस्तर समेट रही है। इतना ही नहीं चीन के टैंक, लड़ाकू वाहन और पैदल सैनिक अपनी पोस्ट की ओर वापस जा रहे हैं।

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Asianet News Hindi
Published : Feb 17 2021, 03:48 PM IST| Updated : Feb 17 2021, 03:49 PM IST
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भारत और चीन के बीच पिछले 9 महीने से सीमा को लेकर पूर्वी लद्दाख में विवाद चल रहा है। अब भारत और चीन के बीच समझौते के तहत भारत और चीन की सेनाएं पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी छोर को खाली कर रही हैं। 

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चीन की सेना ने फिंगर 4 से फिंगर 8 तक बनाए अस्थाई बंकरों और अन्य निर्माणों को भी गिरा दिया है। जो उसने विवाद के बाद बनाए थे। इसी के साथ चीन की सेना ने फिंगर 5 में बनाया गया हेलिपैड भी हटा दिया है। इससे पहले यह फिंगर 8 के ईस्ट में स्थित था। 


चीनी सेना ने फिंगर 7 में तैनात की गईं आर्टिलरी गन और मिसाइलों को भी हटा लिया है। चीन की स्थाई पोस्ट मोल्डो में यह है। यह फिंगर 8 के पूर्व में है। जबकि भारत की आखिरी पोस्ट फिंगर 3 में धन सिंह थापा है। 

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दक्षिण पैंगोंग त्सो
भारतीय सेना द्वारा जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि चीन के टैंक, तोपें और जेसीबी चीन की सीमा की ओर बढ़ रही हैं। दोनों पक्षों ने कुछ किलोमीटर तक अपने टैंक और वाहन वापस ले लिए हैं। दक्षिण पैंगोंग त्सो में दोनों पक्षों के बीच कोई विवाद नहीं है। 


इस क्षेत्र में भारत ने दबाव बनाते हुए अहम चोटियों पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी। यहां दोनों सेनाओं के बीच की दूरी महज 50-70 मीटर रह गई थी। दोनों सेनाओं के जवान और टैंक आमने सामने थे। 

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एक अफसर ने कहा, गलवान जैसी स्थिति को रोकने के लिए दोनों सेनाओं का पीछे हटना जरूरी था। गलवान में 15 जून को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि, इसमें चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन ने आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है। 

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अफसरों के मुताबिक, 20 फरवरी तक दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट जाएंगी। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में जानकारी दी थी कि पैगोंग से दोनों सेनाओं के पीछे हटने को लेकर समझौता हुआ है। उन्होंने बताया था कि यह प्रोसेस पूरी होने के 48 घंटे के भीतर फिर कमांडर स्तर की बातचीत होगी। 

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इस समझौते के तहत चीन की सेना पैंगोंग झील से फिंगर 8 के पीछे अपनी पहले की स्थिति में लौट आएगी। वहीं, भारत की सेना फिंगर 3 के पास अपनी स्थाई पोस्ट धन सिंह पर लौट आएगी। जब इन क्षेत्रों से दोनों सेनाएं पूरी तरह से पीछे लौट जाएंगी, तो गोगरा, हॉट स्प्रिंग, गलवान और देपसांग में विवादित क्षेत्रों पर बात की जाएगी।

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