India@75: भारत के वो 10 हथियार जिनसे थर-थर कांपता है दुश्मन, जानें क्या है खासियत
India@75: भारत इस साल आजादी का अमृत महोत्सव (Aazadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहा है। 15 अगस्त, 2022 को भारत की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे हो रहे हैं। बता दें कि आजादी के बाद भारत ने रक्षा क्षेत्र में काफी तरक्की की है। भारत के पास आज एक से बढ़कर एक आधुनिक हथियार हैं, जो पलभर में दुश्मन को नेस्तनाबूद कर सकते हैं। आइए जानते हैं भारतीय सेना के ऐसे ही 10 खतरनाक हथियारों के बारे में जिनसे थर-थर कांपते हैं दुश्मन।
| Published : Aug 14 2022, 10:44 AM IST
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अग्नि (मिसाइल)
अग्नि भारत की इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। अग्नि मिसाइल के कई आधुनिक और अपग्रेडेड वर्जन मौजूद हैं। अग्नि-5 मिसाइल की रेंज 5000 से 8000 किलोमीटर बताई जा रही है। इसकी जद में चीन समेत दुनिया के कई बड़े देश से आ रहे हैं। यह 29,000 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दुश्मन पर हमला करती है।
ब्रह्मोस (मिसाइल)
भारत की ब्रह्मोस (Brahmos) मिसाइल एक मल्टी मिशन बैलेस्टिक मिसाइल है। ब्रह्मोस मिसाइल समुद्र, जमीन और आकाश तीनों जगह से दुश्मन को टारगेट कर सकती है।
आकाश (मिसाइल)
आकाश (Akash Missile) जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जो 30 किलोमीटर दूर और 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित टारगेट को भी आसानी से भेद सकती है। इसमें लड़ाकू जेट विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह वाली मिसाइलों के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइलों को बेअसर करने की भी क्षमता है।
पृथ्वी (मिसाइल)
पृथ्वी मिसाइल (Prithvi Missile) के तीन वर्जन हैं- पृथ्वी- 1, 2 और तीन। पृथ्वी-1 की रेंज 150 किलोमीटर तक थी। इसके बाद पृथ्वी-2 मिसाइल बनी, जो 500 से 1000 किलोग्राम न्यूक्लियर वारहेड ले जाने में सक्षम है। इस मिसाइल की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है। वहीं पृथ्वी-3 350 से 600 किलोमीटर तक वार करने में सक्षम है।
राफेल (फाइटर जेट)
भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है। वायुसेना में राफेल (Rafale) लड़ाकू विमानों के आने के बाद एयरफोर्स की ताकत और ज्यादा बढ़ गई है। राफेल में 3 तरह की मिसाइल लगाई जा सकती हैं। ये हवा से हवा, हवा से जमीन के अलावा हैमर मिसाइल है।
तेजस (फाइटर जेट)
भारत का स्वदेशी फाइटर जेट तेजस वायुसेना की बड़ी ताकत है। यह एक हल्का युद्धक विमान है, जिसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, लेजर गाइडेड मिसाइल और बियांड विजुअल रेंज 'अस्त्र' मिसाइल लगाई जा सकती है।
आईएनएस विक्रमादित्य (युद्धपोत)
भारत की नौसेना में शामिल आईएनएस विक्रमादित्य सबसे महंगे एयरक्राफ्ट्स में से एक है। इसका वजन 45,000 किलो है। इसपर लड़ाकू विमानों के साथ ही कई तरह के जंगी साजो-सामान बनाए जा सकते हैं।
आईएनएस अरिहंत (पनडुब्बी)
भारतीय नौसेना के पास आईएनएस अरिहंत (INS Arihant) पनडुब्बी भी है। यह पनडुब्बी परमाणु हमला करने में सक्षम है। आईएनएस अरिहंत को 2009 में लांच किया गया था। यह जल, थल और आकाश में मार करने में सक्षम है। इस पनडुब्बी का वजन 6 हजार टन है। आईएनएस अरिहंत की मारक क्षमता 750 से 3500 किलोमीटर तक की है।
टी-90 भीष्म (टैंक)
टी-90 भीष्म (T-90 Bhishma) टैंक एक मिनट में 8 गोले फायर करने में सक्षम है। यह दुनिया के सबसे हल्के टैंकों में शामिल है। इसके साथ ही अर्जुन एमके-1 भी भारतीय सेना का मुख्य टैंक है, जो दुश्मन के छक्के छुड़ा सकता है।
असॉल्ट राइफल्स
थल सेना के पास सिग सोर असॉल्ट राइफल (Sig Sauer Assault Rifles) भी उसकी बड़ी ताकत हैं। इसके अलावा इंसास राइफल, स्नाइपर राइफल, माउजर, मशीन गन भी सेना की ताकत को बढ़ाने का काम करती हैं।
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