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भारत के इस राज्य में बाढ़ का कहर, अब तक 37 की मौत, 16 जिलों में 2.52 लाख लोग प्रभावित
गुवाहाटी. असम में बाढ़ का कहर जारी है। यहां अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार बारिश और नदियों के बढ़ रहे जलस्तर से 16 जिलों में 2.5 लाख लोग प्रभावित हैं। यहां एक हफ्ते से जारी बारिश से असम के तिनसुखिया जिले में ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) के कुएं का परिचालन भी बंद हो गया है। 11,765.27 हेक्टेयर की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। करीब 704 गांव प्रभावित हैं। 1.62 लाख जानवरों को भी नुकसान पहुंचा है।
| Published : Jun 27 2020, 11:51 AM IST / Updated: Jun 27 2020, 12:02 PM IST
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असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक, डिब्रूगढ़ में शुक्रवार को 1 व्यक्ति की मौत हो गई। इसी के साथ राज्य में अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 16 की मौत डूबने और 21 की मौत लैंडस्लाइड की घटनाओं में हुई है।
वहीं, बाढ़ से प्रभावित राज्यों की संख्या 9 से बढ़कर 16 हो गई है। अब तक 2.52 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया है। इनमें से 5 जिलों में 18234 लोगों को रिलीफ कैंप में रखा गया है। इन कैंपों में लोगों को रखने के लिए कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जा रहा है।
धेमाजी सबसे प्रभावित जिला है। इसके अलावा डिब्रूगढ़ और तिनसुखिया, मजुली, बख्सा, बर्पेटा, बिश्वानाथ, डरंग, गोलाघाट, डरंग, जोरहाट, कोकराजहर, लखीमपुर, नलबारी समेत 16 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
ब्रह्मपुत्र समेत 8 नदियां खतरे के निशान से ऊपर हैं।
11,765.27 हेक्टेयर की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। करीब 704 गांव प्रभावित हैं। 1.62 लाख जानवरों को भी नुकसान पहुंचा है।
गुवाहाटी में तेज बारिश के चलते लैंडस्लाइड भी हो रही है। यहां कहिलीपारा में दो मकान ढह गए। इनमें 2 लोग जख्मी हो गए हैं।
तिनसुखिया जिले के अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के चलते बाढ़ से प्रभावित लोगों के नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण भी प्रभावित हुआ है। अब तक 530 परिवारों के नुकसान की जांच हो पाई है।
काजीरंगा नेशनल पार्क में गैंडा भी पानी में डूब गया।
गांव में पानी भरने के बाद अस्थाई नाव बनाकर परिवार के साथ सुरक्षित स्थान के लिए पलायन करती महिला।
तेज बारिश और नदियों के जलस्तर के चलते गांव डूब गए हैं।