भारत, इंडिया और हिंदुस्तान...जानिए देश के तीन नाम पड़ने की दिलचस्प कहानियां
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को देश के नाम को लेकर दायर एक दिलचस्प याचिका पर सुनवाई होगी। पहले इस मामले में मंगलवार को सुनवाई होनी थी लेकिन सीजेआई वाली बेंच ना बैठने के चलते सुनवाई चल गई। याचिका में भारत के दूसरे नाम इंडिया पर आपत्ति जताई गई है। याचिकाकर्ता का दावा है कि संविधान के पहले अनुच्छेद में लिखा है कि इंडिया यानी भारत। जबकि अमेरिका, जापान, पाकिस्तान समेत तमाम देशों के सभी भाषा में एक ही नाम हैं। इतना ही नहीं याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है कि इंडिया शब्द गुलामी की निशानी है और इसीलिए उसकी जगह भारत या हिंदुस्तान का इस्तेमाल होना चाहिए। आईए इस मौके पर जानते हैं कि देश के तीन नाम यानी भारत, इंडिया और हिंदुस्तान कैसे पड़े।
- FB
- TW
- Linkdin
भारत नाम कैसे पड़ा?
मान्यता है कि देश का भारत नाम भगवान राम के पूर्वज सम्राट भरत के नाम पर पड़ा। भरत राजा दुष्यन्त और रानी शकुंतला के पुत्र थे। वे चक्रवर्ती सम्राट थे। उनका साम्राज्य कश्मीर से कन्याकुमारी तक फैला था। भरत काफी बहादुर थे। वे बचपन से ही शेर के साथ खेलते थे। उनके नाम पर ही देश का नाम भारतवर्ष पड़ा।
इसके अलावा भारत नाम को लेकर एक और मत है। बताया जाता है कि जब आर्य यहां आए तो वे बहुत सारे कबीलों के तौर पर विभिन्न हिस्सों में फैल गए। इनमें सबसे बड़ा कबीला भारत कहलाता था, इसी के नाम पर भारत पड़ा।
हिंदुस्तान नाम के पीछे क्या है कहानी?
हिमालय के पश्चिम क्षेत्र में सिंधु नदी बहती है। इसके आसपास के इलाके को सिंधु घाटी कहते हैं। मध्ययुग के दौरान तुर्किस्तान से कुछ विदेशी लुटेरे और ईरानी लोग देश में आएं तो सबसे पहले सिंधु घाटी पहुंचे। यहां के लोगों को उन्होंने हिंदु नाम से जाना। हिन्दुओं के देश को उन्होंने हिन्दुस्तान नाम दिया और यही प्रचलित हुआ।
इंडिया: सिंधु नदी को इंडस वैली के नाम से भी जाना जाता था। सिंधु घाटी भी सभ्यता रोम की तरह से ही प्रसिद्ध थी। यह पूरे देश में फैली थी। इसलिए इसका नाम इंडिया पड़ा।
इंडिया नाम के पीछे और भी कारण बताए गए हैं। बताया जाता है कि जब अंग्रेज भारत आए तो उन्हें हिन्दुस्तान बोलने में मुश्किल होती थी। जब उन्हें पता चला की सिंधु घाटी का नाम इंडस वैली भी है। तो उन्होंने देश का नाम इंडिया कर दिया।
इसके अलावा माना जाता है कि जब अलेक्जैंडर भारत आया था तो उसने हिंदू के अंग्रेजी शब्द HINDU में H हटाकर देश को INDU नाम से जाना। इसके बाद INDIA बन गया।