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लाश के टुकड़े कर तंदूर में डाला, तो किसी का पति के सामने हुआ रेप; इन 5 मामलों ने देश को चौंकाया
नई दिल्ली. निर्भया केस में 22 जनवरी को चारों दरिंदों को फांसी होनी है। ऐसे में सवाल ये उठने लगा है कि क्या निर्भया के दोषियों को सजा मिलने के बाद महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले रुक जाएंगे। बात चाहें भंवरी देवी की हो या हैदराबाद की दिशा की महिलाओं के साथ दुष्कर्म और अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हम ऐसे ही पांच चर्चित मामले बता रहे हैं, जहां मानवता की सारी हदें पार हो गई हों, इन मामलों के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक जनता की आवाज गूंजी है।
| Published : Jan 11 2020, 04:57 PM IST
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उसी वक्त पांच लोग वहां पहुंचे, उन्होंने पति को बंधक बनाया और भंवरी देवी के साथ गैंगरेप किया। 1995 में सभी आरोपियों को निचली अदालत ने बरी कर दिया। यह मामला अब हाईकोर्ट में लंबित है। भंवरी देवी ने घटना से कुछ दिन पहले गांव में 9 साल की बच्ची की शादी को रोकने की कोशिश की थी। आरोपी इसी बात से नाराज थे और उन्होंने भंवरी के साथ गैंगरेप किया। लेकिन आज भी भंवरी इंसाफ का इंतजार कर रही हैं। रेप के पांच आरोपियों में चार की तो मौत भी हो चुकी है।
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उसी वक्त पांच लोग वहां पहुंचे, उन्होंने पति को बंधक बनाया और भंवरी देवी के साथ गैंगरेप किया। 1995 में सभी आरोपियों को निचली अदालत ने बरी कर दिया। यह मामला अब हाईकोर्ट में लंबित है। भंवरी देवी ने घटना से कुछ दिन पहले गांव में 9 साल की बच्ची की शादी को रोकने की कोशिश की थी। आरोपी इसी बात से नाराज थे और उन्होंने भंवरी के साथ गैंगरेप किया। लेकिन आज भी भंवरी इंसाफ का इंतजार कर रही हैं। रेप के पांच आरोपियों में चार की तो मौत भी हो चुकी है।
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2- निर्भया केस: दक्षिण दिल्ली में चलती बस में 16-17 दिसंबर, 2012 की रात में 23 साल की निर्भया से 6 लोगों ने बर्बरता पूर्वक सामूहिक बलात्कार किया था और उसे बुरी तरह जख्मी हालत में सड़क पर फेंक दिया था। निर्भया की 29 दिसंबर, 2012 को सिंगापुर में माउन्ट एलिजाबेथ अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे देश में विरोध हुआ था। तमाम कानून बनाए गए। फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का फैसला किया गया। इस घटना को सात साल बीत गए। फास्ट ट्रैक कोर्ट ने इस मामले में चार दोषियों को मौत की सजा दी थी। 2014 में दिल्ली हाईकोर्ट और 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने सजा को बरकरार रखा। अब दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया है, 22 जनवरी सुबह 7 बजे चारों को फांसी दी जानी है।
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3- हैदराबाद की दिशा को रेप के बाद जिंदा जलाया हैदराबाद में 27 नवंबर को महिला वेटरनरी डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना सामने आई थी। डॉक्टर का जला हुआ शव 28 नवंबर को मिला था। इस घटना ने देश भर को झकझोर दिया था। सड़क से लेकर संसद तक इस मामले को उठाया गया था। डॉक्टर दिशा को न्याय के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। 9 दिन बाद ही जब 6 दिसंबर को पुलिस आरोपियों को घटना वाली जगह ले गई तो उन्होंने भागने की कोशिश की। साथ ही पुलिस पर हमला भी किया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने चारों आरोपियों को मार गिराया। हालांकि, इस एनकाउंटर पर सवाल भी उठाए गए हैं। एनकाउंटर फर्जी था या नहीं, इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में मामला चल रहा है।
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4- कठुआ रेप केस जनवरी 2018 में जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की एक बच्ची से गैंगरेप का मामला सामने आया था। इस सनसनीखेज गैंगरेप के बाद देश भर में विरोध हुआ था। पठानकोर्ट की कोर्ट ने इस मामले में 6 लोगों को दोषी पाया है। इनमें से तीन को उम्र कैद की सजा दी गई है। वहीं, 3 को पांच पांच साल की सजा दी। कोर्ट ने पूर्व सरकारी अधिकारी सांजी राम को मामले का मास्टर माइंड माना है। पुलिस के मुताबिक, बच्ची को कई दिनों तक ड्रग्स देकर बेहोश रखा गया था। इसके एक हफ्ते बाद उसका शव मिला था। मामले की सुनवाई कोर्ट ने बंद कमरे में की थी। इस घटना को लेकर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेश ने भी टिप्पणी की थी। उन्होंने इस घटना को डरावना बताया था।
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5- तंदूर कांड- दिसंबर 2018 में दिल्ली हाईकोर्ट ने 25 साल पुराने मामले में दोषी सुनील शर्मा को रिहा करने का आदेश दिया था। दरअसल, यह तंदूर कांड ही था। इसमें नैना साहनी नाम की कांग्रेस नेता की हत्या की कहानी है। अवैध संबंधों के शक के चलते कांग्रेस के युवा नेता सुनील शर्मा ने अपनी पत्नी पर पहले ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, फिर उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए अपने रेस्टोरेंट ले गया। यहां उसने पत्नी के टुकड़े करके तंदूर में जलाना शुरू कर दिया। शव जल्दी जल जाए, इसके लिए उसने तंदूर में मक्खन भी डाला था।