चीन का नया दांव, सीमा पर भारतीय सेना के लिए बजा रहा पंजाबी गाने!
नई दिल्ली. भारत और चीन (India-China) के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में हिंसक झड़प के बाद से काफी तनाव बना हुआ है। दोनों देशों की सेना के बीच अफसर स्तर की बैठकें कई मरतबा हो चुकी है। लेकिन, उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला। अब सीमा से खबर आ रही है कि चीन एक बार फिर से नई चाल चल रहा है। चीन ने LAC पर फिंगर-4 इलाके में लाउडस्पीकर लगाए हैं। बताया जा रहा है कि इन लाउडस्पीकर पर चीन पंजाबी गाने बजा रहा है और इसके जरिए भारतीय सेना पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।
| Published : Sep 17 2020, 08:33 AM IST / Updated: Sep 17 2020, 08:54 AM IST
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न्यूज एजेंसी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि फिंगर-4 एरिया में चीन की सेना ने लाउडस्पीकर लगाए हैं। सूत्रों के हवाले से ये भी कहा जा रहा है कि जहां चीनी सेना ने लाउडस्पीकर लगाए हैं, वो इलाका 24x7 भारतीय सैनिकों की लगातार निगरानी में है। वहीं, अब यह संभव है कि चीन हमारे सैनिकों को विचलित करने या दबाव बनाने के लिए इस तरह की चाल चल रहा है।
दरअसल, यहां भारत की ओर से तैनात सैनिकों में सिख भी शामिल हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि चीन की सेना मानसिक दबाव बनाने के तहत इस तरह के गाने बजा रही है।
बता दें कि फिंगर-4 एरिया ऐसा इलाका है, जहां भारत और चीन की सेनाओं के बीच टकराव के हालात बने हुए हैं। कुछ दिन पहले 8 सितबंर को दोनों देशों की सेनाओं के बीच इस इलाके में काफी जबरदस्त फायरिंग हुई थी। दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच 100 से अधिक राउंड फायर किए गए थे। पिछले 20 दिनों में भारत और चीन में पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के बीच कम से कम तीन गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है।
सेना के सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि पहली घटना तब हुई जब भारतीय सेना ने 29-31 अगस्त के बीच दक्षिणी किनारे पर पैंगोंग झील के पास ऊंचाइयों पर कब्जा करने की चीनी कोशिश को नाकाम कर दिया था, जबकि दूसरी घटना 7 सितंबर को मुखपारी हाई के पास हुई।
सेना के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि तीसरी घटना 8 सितंबर को पैंगोंग झील के उत्तरी तट के पास हुई थी। उस दौरान देशों के सैनिकों ने 100 से अधिक राउंड फायरिंग की थी, क्योंकि चीनी पक्ष बहुत आक्रामक तरीके से बर्ताव कर रहा था।
वहीं, यह घटना ऐसे समय में हुई, जब भारतीय विदेश मंत्री शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के लिए मास्को गए थे और सीमा मुद्दों को संबोधित करने के लिए अपने चीनी समकक्ष से मिले थे। रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों पक्ष कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता करने वाले थे, लेकिन अभी तक चीनी पक्ष की ओर से तारीख और समय की पुष्टि नहीं की गई है।
बता दें कि भारत और चीन ने सैन्य और कूटनीतिक दोनों स्तरों पर अप्रैल-मई से कई दौर की बातचीत की है, लेकिन अब तक इसका कोई महत्वपूर्ण परिणाम नहीं निकला है। भारत और चीन इस साल अप्रैल-मई से पैंगोंग झील के पास कोंगरूंग नाला, गोगरा और फिंगर क्षेत्र में चीनी सेना के जरिए किए गए बदलाव के बाद गतिरोध में लगे हुए हैं। भारतीय सेना ने उस क्षेत्र में चीनी सेना के जरिए किसी भी आक्रामक कदम को उठाने के लिए अब लद्दाख क्षेत्र में अपनी तैयारियों को कई गुना बढ़ा दिया है।