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कोरोना पर गुड न्यूजः अब 12 दिन में डबल हो रहे संक्रमण के केस, अब तक 10 हजार से अधिक लोग हुए ठीक
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12 दिन में डबल हो रहे मरीज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि अगर पिछले 14 दिन में डबलिंग रेट 10.5 दिन था तो आज यह करीब 12 दिन हो गया है। उन्होंने कहा कि हमारा मॉर्टलिटी रेट 3.2 प्रतिशत है जो कि दुनिया में सबसे कम है। स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि 10 हजार से ज्यादा COVID-19 के मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।
11 दिन में 20 हजार केस
भारत में 22 अप्रैल को कोरोना वायरस के 20,471 मामले थे। यहां तक पहुंचने में हमें करीब 12 सप्ताह का वक्त लगा। इसके अगले 11 दिन में, यानी 3 मई की सुबह 8 बजे तक मामलों की संख्या 40 हजार के करीब पहुंच गई है। इस दौरान केसेज का डेली ग्रोथ रेट 5.2 से 8.1 पर्सेट के बीच रहा है। भारत में 24 मार्च से लॉकडाउन लागू किया गया है। जो 17 मई तक जारी रहेगा।
3 जोन में बंटा देश
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में सरकार ने देश को 3 जोन रेड,ऑरेंज और ग्रीन जोन में डिवाइड कर दिया है। रेड जोन में 130 जिले हैं, जिसे संक्रमण के सक्रिय मामले, संक्रमण के बढ़ने की दोगुनी रफ्तार, परीक्षण और निगरानी से आने वाले रिपोर्ट के आधार पर तय किया गया है।
ग्रीन जोन में देश के 391 जिले हैं। इसमें वे जिले जिनमें अभी तक कोई मामला नहीं या पिछले 21 दिनों में कोई मामला नहीं आया। उसके आधार पर इसको तैयार किया गया है। वहीं, ऑरेंज जोन में 284 जिले हैं।
रोज हो 70 हजार तक टेस्ट
भारत में शुरुआत में सिर्फ 100 लैबों में जांच हो रही थी। उस दौरान हर रोज सिर्फ 3-4 हजार लोगों की जांच हो पा रही थी। लेकिन अब लैबों की संख्या 300 के पार हो गई है। वहीं, हर रोज अब 70 हजार लोगों तक की जांच हो रही है। सरकार का लक्ष्य मई आखिर तक हर रोज 1 लाख मरीजों की जांच करने का है।
अब तक 10 लाख लोगों की जांच
भारत में एक अच्छी बात यह रही है कि संक्रमण दर 4% ही रहा है। जब शुरुआत में 15 हजार लोगों की जांच हुई थी, तब भी संक्रमण 4% लोग ही मिले थे। अब जब 10 लाख लोगों की जांच हो चुकी है, तब भी यह करीब 4% यानी 39980 तक पहुंचा है।
लॉकडाउन ने संक्रमण को रोकने में निभाई अहम भूमिका
माना जा रहा है कि भारत में कोरोना को फैलने से रोकने में लॉकडाउन ने अहम भूमिका निभाई। इससे ना केवल नए मामले तेजी से बढ़े, बल्कि संक्रमण की रफ्तार भी काफी कम हो गई है। इसके साथ ही भारत सरकार द्वारा स्क्रीनिंग, हॉटस्पॉट का चयन, मॉनिटरिंग, टेस्टिंग और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में जो कदम उठाए, वे सफल होते नजर आ रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह 8 बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना पीड़ित रहे 10,632 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। एक मरीज विदेश चला गया है। सुबह के अपडेट के अनुसार, COVID-19 से जान गंवाने वालों की संख्या 1,301 हो गई है।
वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या अब 39,980 तक पहुंच चुकी है। मंत्रालय के मुताबिक, 28,046 लोग अब भी कोविड-19 से संक्रमित हैं। जिनका इलाज किया जा रहा है।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक 521 मौतें
कोरोना से कुल 1,301 मौतों में से सबसे ज्यादा 521 लोगों की जान महाराष्ट्र में गई है। 262 लोगों की गुजरात में, 151 मध्य प्रदेश में, राजस्थान में 65, दिल्ली में 64, उत्तर प्रदेश में 43 लोग जान गंवा चुके हैं।
पश्चिम बंगाल तथा आंध्र प्रदेश में 33-33 लोग तो तमिलनाडु में 29 लोगों की मौत हो चुके है। वहीं, तेलंगाना में 28 जबकि कर्नाटक में 25 लोगों ने संक्रमण की वजह से जान गंवाई है।
कोरोना से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र प्रभावित
कोरोना के संक्रमण से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र प्रभावित है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 12 हजार 296 है। जबकि दूसरे नंबर पर गुजरात है। यहां अब तक 5054 लोग कोरोना से संक्रित पाए गए हैं। इन सब के अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 4122 तो राजस्थान में 2803 मरीज है। वहीं, उत्तर प्रदेश में 2487 तो मध्यप्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 2788 है।