दिवाली के पटाखों से दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण, बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंचा पीएम लेवल
दिल्ली में हर साल की तरह इस साल भी दीपावली के अगले दिन हवा में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया। कुछ जगहों पर प्रदूषण का स्तर सामान्य तो कहीं बेहद ज्यादा रहा। दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर में जलाए गए पटाखों का असर साफ तौर पर देर रात को नजर आया। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में पीएम10 और पीएम 2.5 लेवल 950 तक पहुंच गया। सुबह के वक्त यह आंकड़ा 255 स्तर पर भी पहुंचा। 255 भी प्रदूषण के लिहाज से खतरनाक स्थिति है। दिवाली से एक दिन पहले ही भी राजधानी और एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर पहुंच गई थी। System of Air Quality and Weather Forecasting and Research (SAFAR) के मुताबिक रविवार को यानी दिवाली के दिन दिल्ली में प्रदूषण की क्वालिटी ज्यादा खराब होने की संभावना है।
| Published : Oct 28 2019, 08:46 AM IST / Updated: Oct 28 2019, 09:52 AM IST
दिवाली के पटाखों से दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण, बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंचा पीएम लेवल
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दिल्ली में पिछली रात ओवरऑल वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 306 था जो बेहद खराब कैटेगरी में आता है।
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दिवाली से पहले हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंचने पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा अधिकृत संस्था ईपीसीए ने पिछल हफ्ते निर्देश दिया था कि राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के शहरों में 26 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक निर्माण कार्य पर प्रतिबंध रहेगा।
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एक्यूआई 0 से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 तक बेहद खराब और 401 से 500 के बीच खतरनाक माना जाता है
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दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) के अध्यक्ष भूरे लाल ने फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत और बहादुरगढ़ में कोयला आधारित उद्योगों, बिजली संयंत्रों को बंद करने का निर्देश जारी किया।
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दिल्ली में हवा की क्वालिटी लगातार बिगड़ने का मुख्य कारण हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब के इलाकों में पराली जलाना भी है।