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Republic Day : राफेल ही नहीं परेड में इन 7 हथियारों पर रहेगी सबकी नजर, दुश्मन को कर सकते हैं तबाह
नई दिल्ली. 26 जनवरी को भारत 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते इस बार परेड का रूट छोटा किया गया है। इसके अलावा परेड देखने वाले दर्शकों की संख्या को भी सीमित किया गया है। हालांकि, हर बार कि तरह इस बार भी परेड में भारतीय सेनाएं कुछ ऐसे हथियार और सिस्टमों का प्रदर्शन करेंगी, जिनपर सबकी नजर रहेगी। आईए जानते हैं ऐसे ही कुछ हथियारों के बारे में जानते हैं जो इस बार परेड में आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
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1- टैंक T-90 (भीष्म)
T-90 टैंक का भारतीय सेना के मैकेनाइज्ड कॉलम में पहला स्थान होगा। इसे 54 आर्म्ड रेजीमेंट के कैप्टन करनवीर सिंह भागू कमांड करेंगे। भीष्म टैंक कोो हंटर किलर कॉन्सेप्ट पर तैयार किया गया है। इसमें ताकतवर 125 एमएम स्मूथबोर गन है। इसके अलावा इसमें 7.62 को एक्सियल मशीन गन और 12.7 एमएम एंटी एयरक्रॉफ्ट गन भी तैनात है ।इसके अलावा यह रात में भी 5 किमी तक निशाना साधता है। इसमें लगी लेजर गाइडेड मिसाइल इसे और खतरनाक बनाती हैं। यह पानी के अंदर भी चल सकता है।
2- पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट सिस्टम
इस परेड में पिनाक मल्टी-बैरल रॉकेट सिस्टम पर भी सबकी निगाहें रहेंगी। पिनाक को 841 रॉकेट रेजीमेंट के कैप्टन विभोर गुलाटी इसे लीड करेंगे। भगवान शिव के घनुष के नाम पर बना पिनाक एक फ्लाइट आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम है जिसकी रेंज 37.5 किलोमीटर है। पिनाक रॉकेट्स को मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर से छोड़ा जाता है। लॉन्चर सिर्फ 44 सेकेंड्स में 12 रॉकेट्स दाग सकता है।
3- बॉलवे मशीन पिकेट (बीएमपी-II/आईआईके)
इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (ICV) BMP-II, सारथ एक उच्च गतिशीलता इन्फैंट्री लड़ाकू वाहन है। इसमें शक्तिशाली आयुध और अत्याधुनिक रात की लड़ने की क्षमता है। इसका नेतृत्व गार्ड्स की तीसरी बटालियन ब्रिगेड के कैप्टन अक्षय रस्तोगी करेंगे।
बीएमपी में 30 एमएम ऑटोमैटिक गन है। 7.62एमएम पीकेटी मशीन गन और कोंकुर मिसाइल भी है। इसमें हाल ही में थर्मल इमेजिंग साइट किट लगाई गई है, इसमें रात के वक्त चार किमी तक दुश्मन को नष्ट करने की क्षमता है। यह दुनिया के सबसे आधुनिक हथियारों में है।
4- ब्रह्मोस वेपन सिस्टम
861 मिसाइल रेजिमेंट के कैप्टन कमरुल जमान परेड के दौरान ब्रह्मोस की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगे। इस मिसाइल को भारत और रूस ने मिलकर विकसित किया है। मिसाइल की अधिकतम रेंज 400 किमी है। इसके अलावा यह दुश्मन के घर में घुसकर टारगेट को तबाह कर सकती है। इससे सतह और समुद्र में भी मार की जा सकती है।
5- ब्रिज-टी-72 टैंक
ब्रिज-टी-72 टैंक खासतौर पर टी72 टैंक के चेजिस पर हथियारों को हटाकर तैयार किया गया है। भारतीय सेना का टी-72 ब्रिज लेयिंग टैंक महज 3-4 मिनट में पुल तैयार कर सकता है। गणतंत्र दिवस परेड में इस ब्रिज लेयिंग टैंक का नेतृत्व कैप्टन सचित शर्मा और कैप्टन अमित गावर कर रहे हैं।
6- समविजय इलेक्ट्रोनिक वॉरफेयर सिस्टम
समविजय इलेक्ट्रोनिक वॉरफेयर सिस्टम दुश्मन के कम्युनिकेशन को इंटरसेप्ट तो करता ही है उसे जाम भी कर सकता है। इससे दुश्मन के कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम को निष्कर्य किया जा सकता है। समविजय, थलसेना की कोर ऑफ सिग्नल का एक महत्वपूर्ण हथियार है। परेड में इस बटालियन का नेतृत्व कैप्टन शुभम शर्मा करेंगे।
7- शिल्का एंटी एयरक्राफ्ट गन
इस बार परेड में थलसेना की एंटी एयरक्राफ्ट गन अपग्रेडेड शिल्का गन भी नजर आएगी। इसे कैप्टन प्रीति चौधरी कमांड करेंगी। यह गन जमीन पर 2 किमी तक दुश्मन के ठिकानों को टारगेट कर सकती है और हवा में 2.5 किलोमीटर तक दुश्मनों को टारगेट कर सकती है।