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जिंदा है या जलकर मर गया... ऐसे सवालों के साथ मची थी चीख पुकार, 15 फोटो में देखें हादसे के बाद का मंजर
| Published : Dec 08 2019, 07:45 PM IST
जिंदा है या जलकर मर गया... ऐसे सवालों के साथ मची थी चीख पुकार, 15 फोटो में देखें हादसे के बाद का मंजर
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1- आग रविवार को सुबह 5.22 बजे लगी। इस इमारत में ही फैक्ट्री में काम करने वाले लोग अपने परिवारों के साथ रहते थे। सुबह होने की वजह से ज्यादातर लोग सो रहे थे। इस वजह से ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई है।
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2- बिल्डिंग मालिक का भाई हिरासत में : जिस इमारत में आग लगी उसके मालिक के भाई को हिरासत में ले लिया गया है। मारे गए लोगों में ज्यादातर लोग बिहार के बेगुसराय, समस्तीपुर के हैं। कुछ मृतक यूपी के अलग अलग जिलों से भी हैं।
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3- तीन फैक्ट्रियां चल रही थीं : रिहाइशी इलाके में अवैध तरीके से फैक्ट्री चल रही थी। फैक्ट्रियों में स्कूल बैग, बोतलें, जैकेट समेत तमाम सामान बन रहा था। यह इमारत 600 स्क्वैयर फीट जगह में बनी थी।
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4- सकरी गलियों के चलते काफी रेस्क्यू में काफी दिक्कत हुई। जब रेस्क्यू टीम अंदर पहुंची तो यहां बहुत अंदर था। यहां स्कूल बैग, बोतलें और अन्य सामान रखे थे। कमरों से बचाओ बचाओ की चीखें सुनाई दे रही थीं। जब गेट खोला गया तो कुछ लोग ही बाहर निकल सके।
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5- एक अज्ञात बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा, "कम से कम इस इकाई में 12-15 मशीनें लगी हुई हैं। मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि फैक्ट्री मालिक कौन है।" उन्होंने बताया कि उनके तीन रिश्तेदार इस फैक्ट्री में काम करते हैं। व्यक्ति ने कहा, "मेरे संबंधी मोहम्मद इमरान और इकरमुद्दीन फैक्ट्री के भीतर ही थे और मुझे इसकी जानकारी नहीं है कि अब वे कहां हैं।"
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6- घटना के वक़्त करीब 100 से ज्यादा मजदूर इस फैक्ट्री में सोए हुए थे। इस हादसे में ज्यादातर लोगों की मौत धुंए के कारण दम घुटने से बताई जा रही है। मृतकों में सभी पुरुष बताए जा रहे हैं। मारे गए अधिकतर लोग बिहार के रहने वाले थे।
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7- फैक्ट्री में बिहार के बेगुसराय, समस्तीपुर, दरभंगा जिले से यहां मजदूरी करने के लिए आए थे। उन्हें क्या पता था कि वो जहां रोज-रोटी कमाने के लिए आए हैं। एक दिन वहीं वह इस तरह दफन हो जाएंगे।
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8- फायर चीफ आॉफिसर सुनील चौधरी ने बताया, आग बहुत ही ज्यादा भयानक थी। हर तरफ अधेरा ही अधेरा था। जब दमकल टीम मौके पर पहुंचीं तो कमरों के अंदर से बचाओ-बचाओ की चीखें आ रही थीं। जैसे ही कमरे का दरवाजा खोला तो लोग बुरी तरहे बाहर की और भागने लगे।
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9- ज्यादातर बेहोशी की हालत में थे, कुछ जख्मी भी थे। उन्होंने बताया कि संकरी गलियों की वजह से दमकल की गाड़ियों को पहुंचने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिसके कारण मरने वालों की सख्ंया ज्यादा हो गई।
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10- इसी बीच एक दमकलकर्मी राजेश शुक्ला आग में फंसे लोगों के लिए हीरो बनकर आए। शुक्ला ने करीब 11 लोगों की जान बचाई। सकरी गलियां होने के चलते अंदर एंबुलेंस नहीं आ पा रही थी, इसलिए रेस्क्यू किए गए लोगों को टैंपों से बाहर निकाला गया।
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11- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है। वहीं, घायलों का इलाज फ्री में होगा, इसके अलावा उन्हें एक लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा।
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12- प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम राहत से मृतकों के परिजनों को दो दो लाख रुपए देना का ऐलान किया। इसके अलावा भाजपा पार्टी फंड से मृतकों के परिजनों को इतना ही मुआवजा देगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आग की घटना में मारे गए बिहार के लोगों के परिजनों को दो दो लाख रुपए देना की घोषणा की।
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13- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि रानी झाँसी रोड पर दिल्ली की अनाज मंडी में लगी आग बेहद भीषण है। मेरे विचार उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। अधिकारी त्रासदी स्थल पर हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
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14- गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली अग्निकांड पर दुख जताते हुए कहा कि नई दिल्ली में हुए अग्निकांड हादसे में कीमती जान का नुकसान उन लोगों के परिवारों के साथ मेरी गहरी संवेदना, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। संबंधित अधिकारियों को तत्काल आधार पर सभी संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
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15- भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दुख जाहिर करते हुए लिखा कि रानी झांसी रोड पर अनाज मंडी में आग लगने से हुई दर्दनाक मौतों पर बेहद दुखी हूं। मैं दिवंगत परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। मैं भी अभी वहाँ पहुँच रहा हूं।
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