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विकास दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट: शरीर के आर पार हुईं 3 गोलियां.. ज्यादा खून बहने से हुई मौत
कानपुर. 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार को मारा गया। देर शाम उसका अंतिम संस्कार किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उसके शरीर में तीन गोलियां लगीं। इनमें दो गोलियां उसके सीन पर जबकि एक गोली उसकी कमर में लगी। पहले कहा जा रहा है कि विकास दुबे को 4 गोलियां लगी हैं। विकास दुबे पर 2 जुलाई की रात 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने का आरोप था। उसे गुरुवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, विकास के सीने में दो गोलियां और एक गोली कमर में लगी। तीनों गोलियां आर पार हो गईं। यानी साफ है कि ये काफी पास से मारी गई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादा खून बहने की वजह से उसकी मौत हुई है।
एक घंटे हुआ पोस्टमार्टम
विकास का पोस्टमार्टम कानपुर में हुआ। डॉक्टर अरविंद अवस्थी, डॉक्टर शशिकांत और डॉक्टर विपुल चतुर्वेदी ने पोस्टमार्टम किया। डॉ नवनीत चौधरी ने बताया कि रिपोर्ट सीएमओ और एसपी को दे दी गई है। यह पोस्टमार्टम 1 घंटे तक चला। इतना ही नहीं इस दौरान वीडियोग्राफी भी की गई। इससे पहले विकास दुबे का कोरोना टेस्ट निगेटिव आया था।
जरूरत पड़ी तो बंदूक उठाउंगी- विकास की पत्नी
कानपुर के भैरव घाट पर विकास दुबे का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उसकी पत्नी रिचा दुबे, बेटा और बहनोई दिनेश तिवारी मौजूद थे। रिचा से जब मीडिया ने सवाल पूछा तो वे भड़क गईं। उन्होंने कहा, भाग जाओ, जिसने जैसा सलूक किया। उसे वैसे ही सबक सिखाऊंगी। जरूरत पड़ी तो बंदूक भी उठा लूंगी।
भागने की फिराक में था विकास
विकास को उज्जैन से गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। वह सड़क के रास्ते उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था। कानपुर से पहले एसटीएफ की उस कार का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें वह सवार था। इसके बाद विकास ने बंदूक छीनकर फायरिंग करने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में विकास ढेर हो गया। विकास पर 5 लाख रुपए का इनाम था।
क्या किया था विकास दुबे ने?
कानपुर देहात के बिकरू गांव में 2 जुलाई को पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई थी। लेकिन विकास को इसकी सूचना पहले से लग गई। विकास और उसके साथी पहले से तैनात हो गए। जैसे ही पुलिस विकास के घर पहुंची। विकास और उसके आसपास के घरों से फायरिंग शुरू हो गई। इसमें सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। हमलावर पुलिस के हथियार भी लूट ले गए थे।
एसटीएफ ने बताई विकास के एनकाउंटर की पूरी कहानी।