मिलिए CM की बहू रुजिरा से..जिन्हें कभी ममता बनर्जी ने अपनाने से कर दिया था इंकार, थाईलैंड से भी है कनेक्शन
First Published Feb 23, 2021, 1:47 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में विधनासभा चुनाव से पहले बीजेपी और टीएमसी के बीच सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कोयला घोटाले की जांच अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आंगन तक पहुंच गई हैं। मंगलवार को सीबीआई अधिकारियों की टीम सीएम के भतीजे अभिषेक बनर्जी और पत्नी रुजिरा से पूछताछ के लिए पहुंची हुई थी। कोयला घोटाला मामले को लेकर चर्चा में आई रुजिरा बनर्जी पहले भी विवादों में रही हैं। उनपर इससे पहले भी कई बार तस्करी के आरोप लग चुके हैं। आइए विस्तार से जानते हैं ममता बनर्जी की बहू के बारे में..कैसे वह बनर्जी परिवार की बनी सदस्य...

दरअसल, 32 साल की रुजिरा बनर्जी का असली नाम रुजिरा नरूला हैं जिनका परिवार मूल रुप से पंजाब का रहने वाला है। हालंकि रुजिरा का जन्म 1988 में कोलकाता में हुआ था। इतना ही नहीं उनकी स्कूलिंग पश्चिम बंगाल के कोलकाता से पूरी हुई है। फिलहाल उनके माता-पिता दिल्ली एनसीआर में रहते हैं। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, बताया जाता है कि अभिषेक और रुजिरा की पहली मुलाकात जादवपुर यूनिवर्सिटी में हुई थी। जहां से दोनों ने अपनी कॉलेज की पढ़ाई की है। कॉलेज टाइम में दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे थे। फिर 24 फरवरी 2012 कोलकाता में दोनों ने शादी कर ली।

बताया जाता है कि जब भतीजे अभिषेक ने रुजिरा से लव मैरिज की थी तो उस दौरान ममता बनर्जी रुजिरा नरूला को कई खास पसंद नहीं करती थीं। हांकि बाद में उन्होंने बहू को स्वीकार कर लिया। आज अभिषेक और रुजिरा के दो बेटियां और एक बेटा है।

रुजिरा के बारे में बताया जाता है कि उनके पास थाईलैंड नागरिकता है। विपक्षी पार्टियों ने कई बार यह विवाद उठा चुकी हैं। बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि ऐसे दो तरह की नागरिकता कैसे हो सकती है। हो सकता है कि ममता जी ने वहां के बैंकों में कैश जमा करने के लिए अपनी बहू को थाइलैंड का नागरिक बनाया हो।

आज हर कोई रुजिरा के बारे जानन चाह रहा है। बता दें कि वह सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं रहती हैं। इतना ही नहीं इंटरनेट पर भी रुजिरा के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं है। उनको कभी राजनीतिक मुद्दों पर राय या कमेट्स करते नहीं देखा गया है। लेकिन अब रुजिरा बनर्जी के कारण ममता बनर्जी का परिवार मुश्किलों में फंसता हुआ दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं प्रदेश की राजनीति में भी हड़कंप मचा हुआ है।

रुजिरा बनर्जी को दो साल पहले 2019 में लोकसभा चुनाव के वक्त 15 मार्च को उन्हें कोलकाता एयरपोर्ट पर दो किलो सोने के साथ पकड़ा गया था। उनके ऊपर आरोप सोना तस्करी के आरोप भी लगे थे। जिसके कारण वह सुर्खियों में रहीं थीं। विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया था कि रुजिरा बैंकाक से अवैध तरीके से सोना लेकर आई हैं।

इतना ही नहीं सोना तस्करी मामले में कस्टम विभाग ने रुजिरा के खिलाफ समन जारी किया था। जिसके लिए रुजिरा ने हाई कोर्ट में अपील की थी। उनके ऊपर अभी भी सोना तस्करी का केस चल रहा है। पति अभिषेक इस मामले में रुजिरा के बचाव में आए थे, जहां राजनीतिक विरोधियों उनपर भी कई आरोप लगाए दिए थे।

क्या है पश्चिम बंगाल का कोयला घोटाला?
पिछले साल नवंबर में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बड़े तस्करी का भंडाफोड़ हुआ। इसमें तस्करी के कथित सरगना इनामुल हक की गिरफ्तारी हुई। तस्करी के तार यूथ तृणमूल कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी नेता विनय मिश्रा तक पहुंचे।31 दिसंबर 2020 को कोलकाता में विनय मिश्रा के खिलाफ पशु तस्करी और अवैध कोयला खनन के मामले में तलाशी अभियान चलाया गया।

बताया जाता है कि रुजिरा बंगाल में कोई एनजीओ भी चलताी हैं। किसी अनाथ बच्चे को आइसक्रीम खिलाती हुई हैं।
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