देवर को देखकर भाभी के तन-मन में ऐसी भड़की आग कि 2 घर बर्बाद हो गए
अमृतसर, पंजाब. जमीन के बंटवारे को लेकर एक घर में ऐसी कलह पैदा हुई कि एक साथ दो घर बर्बाद हो गए। मामला झंडेर थानांतर्गत मोहन भंडारियां गांव का है। यहां रहने वाली 30 साल की परमजीत कौर पर अपने पति रणदीप सिंह उर्फ रोमी की हत्या( shocking murder) का इल्जाम लगा है। इस मामले में महिला के भाई सोनू और बहन मीतू को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिस घर में रोमी और परमजीत रहती है, वो उसे बेचना चाहती थी। लेकिन रोमी बंटवारे का हिस्सा अपने भाई को भी देना चाहता था। पत्नी की घर और जमीन बेचने की शर्त पति को मंजूर नहीं हुई। इसी बात को लेकर झगड़ा होने लगा। परमजीत अपने देवर को देखकर गुस्से में आ जाती थी। वो चाहती थी कि देवर अपना सबकुछ बेचकर कहीं दूर चला जाए। इस पारिवारिक झगड़े(Family dispute) ने जहां एक परिवार का बेटा छीन लिया, वहीं, पत्नी और उसके परिवार को अपराधी बना दिया। पढ़िए आगे की कहानी...
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आरोप है कि परमजीत ने गुस्से में अपने भाई और बहन के साथ मिलकर पति को खूब पीटा। फिर हत्या के बाद लाश पंखे से लटका दी, ताकि वो सुसाइड लगे। लेकिन मृतक के भाई जगदीप ने अपने भाभी की सारी पोल खोल दी। बता दे कि कपल में पहले भी झगड़ा होता था। लेकिन बीच में समझौता हो गया था।
आगे पढ़ें...पत्नी की स्कूल टाइम की लवस्टोरी में 9 साल बाद आया ट्वीस्ट, पति समझता रहा कि वो प्रेमी को भूल गई होगी
यह मामला हरियाणा के गुड़गांव का है। मामला रधाना निवासी और यहां सेक्टर-5 में रहने वाले सुरेश नामक व्यक्ति की हत्या से जुड़ा है। सुरेश 5 महीने पहले लापता हो गया था। पिछले दिनों इस हत्याकांड का खुलासा हुआ था। पत्नी ने पहले प्यार सुखबीर के हाथों पति की हत्या करवा दी थी। पुलिस ने जब डूमरखां निवासी सुखबीर को पकड़ा, तो उसने सारी कहानी बयां कर दी। आरोपी ढाबा चलाता है। उसने सुरेश की लाश ढाबे के आंगन में गाड़ दी थी। सुनीता नामक महिला ने भिवानी के गांव बड़ेसरा के एक व्यक्ति की अपने पति से हत्या कर करवा दी थी। इसके बाद पति जेल चला गया। इस दौरान सुनीता अपने पहले प्यार सुखबीर के संपर्क में आ गई। 6-7 महीने पहले जब पति जेल से छूटकर आया, तो उसे सुनीता और सुखबीर के संबंधों के बारे में पता चला। सुनीता किसी प्राइवेट कंपनी में काम करती थी। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
सुरेश की 5 महीने पहले सुनीता के पहले प्रेमी सुखवीर उर्फ सुक्खी ने अपने ढाबे पर सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी ने उसकी लाश ढाबे में ही दफना दी थी। इसके लिए सुनीता और सुखवीर ने मोबाइल पर पूरी प्लानिंग की थी। इस हत्याकांड में सुखवीर का दोस्त मनोज भी शामिल हो गया। सुरेश की हत्या के बाद सुखवीर ने सुनीता को कॉल करके कहा था कि कर दिया आपका काम। इस पर सुनीता ने जवाब दिया था कि सही किया। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
सुरेश के जेल जाने के बाद सुखबीर और सुनीता दुबारा मिलने लगे। लेकिन जब सुरेश को इसका पता चला, तो उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया गया। सुखबीर ने सुरेश को अपने ढाबे पर बुलाया था। यहां दोनों ने शराब पी। जब सुरेश बेहोश हो गया, तो सुखबीर ने उसे गोली मार दी। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
लंबे समय तक अपने बेटे से संपर्क नहीं होने पर सुरेश के पिता रधाना निवासी राममेहर ने एक सितंबर को गुड़गांव सेक्टर-5 पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। सुनीता ने पुलिस को बयान दिया था कि सुरेश उससे लड़-झगड़कर कहीं चला गया है। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
सुनीता ने बताया कि 9 साल पहले सुखबीर और वो स्कूल पढ़ने जाते थे। उसी समय दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए थे। सुखबीर नरवाड़ा पढ़ने जाता था, जबकि सुनीता बड़ेसरा गांव से खरल गुरुकुल। दोनों की मुलाकात डुमरखां बस अड्डा पर होती थी। आगे पढ़ें इसी क्राइम के बारे में...
पुलिस की जांच में सामने आया है कि 12 अप्रैल को सुरेश और उसकी पत्नी में झगड़ा हुआ था। उसे सुनीता और सुखवीर के अफेयर के बारें में पता चल गया था। यह बात सुनीता ने फोन पर सुखवीर को बताई थी। सुनीता ने सुखवीर को उकसाया था कि सुरेश पहले ही एक मर्डर कर चुका है, अगर उसे नहीं रोका गया, तो वो तुम्हें भी नहीं छोड़ेगा। यह सुनकर सुखवीर ने सुरेश की हत्या करने की ठान ली।