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तीसरी लहर में जिन 5 राज्यों में होने जा रहे चुनाव, जानिए वहां कितने आ रहे डेली Corona केस..पढ़िए पूरी रिपोर्ट
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कई राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पांच राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनाव कोविड की तीसरे लहर के बीच टाले नहीं सकते हैं?, तो कुछ लोगों का कहना है कि पहली और दूसरी लहर से चुनाव आयोग ने कोई सबक नहीं लिया है जो फिर इतनी बड़ी गलती करने जा रहा है। विशेषज्ञ कह रहे हैं कि अगले कुछ दिनों में तीसरी लहर बड़े पैमाने पर आ सकती है। इसी दौरान उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा अभी तीन से चार महीने टालना चाहिए।
1. उत्तर प्रदेश: सबसे पहले हम बात करते हैं देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की, जहां वर्तमान में बीजेपी की सरकार है और योगी आदित्यनाथ सूबे के मुख्यमंत्री हैं। खुद सीएम ने कुछ दिन पहले ऐलान किया है कि अब से कुछ समय के लिए अब चुनावी रैलियां आयोजित नहीं की जाएंगी। इसकी वजह से प्रदेश में भयानक तेजी से कोरोना पैर पसार रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान यूपी में कोरोना के आंकड़े 4 हाजार पार कर चुके हैं। शुक्रवार को यहां 4223 लोग संक्रमित पाए गए। वहीं एक व्यकित की मौत दर्ज की गई। अब तक राज्य में 17.23 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 16.88 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 22,918 लोगों की मौत हो गई।
क्या लगी हैं पाबंदी...
यूपी में भी कोरोना की तीसरी लहर के खौफ में कक्षा 10 तक के सभी स्कूलों को 6 जनवरी से 14 जनवरी तक बंद रखने का आदेश है। वहीं सिनेमाहॉल, बैंक्वेट हॉल, रेस्टोरेंट आदि सार्वजनिक स्थलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किए जा रहे हैं। शादी समारोह व अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में 100 से अधिक लोगों के आने की अनुमति नहीं है। हर आदमी को मास्क-सैनीटाइज़र की अनिवार्य किया गया है। रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू रात 10 से प्रातः 06 बजे तक लागू है।
2.पंजाब: अब हम बात करते हैं पंजाब की जहां कांग्रेस की सत्ता है और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी हैं। यह प्रदेश इन दिनों पीएम की सुरक्षा की चूक के चलते चर्चा में बना हुआ है। पिछले एक साल से पंजाब की सियासत लगातार चर्चा में बनी हुई है, चाहे फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के मतभेद की बात हो या फिर कैप्टन का सीएम की कुर्सी छोड़ना हो, या फिर सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह के बीच चल रहे मुनमुटाव की खबरें हों। पंजाब में भी कोरोना के केस बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां रोजाना का आंकड़ा दो हजार पार कर चुका है। शुक्रवार को 2874 लोग संक्रमित पाए गए हैं। अब तक राज्य में 6.13 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 5.87 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 16,663 लोगों की मौत हो गई।
क्या लगी हैं पाबंदियां...
पंजाब में राज्य में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कान नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। इसके साथ ही स्कूलों और कॉलेजों को भी 15 जनवरी तक के लिए बंद किया गया है। राज्य सरकार के मुताबिक, सिनेमाहॉल, जिम, रेस्टोरेंट और बार सिर्फ 50 फीसदी क्षमता के साथ चल रहे हैं। सरकारी, प्राइवेट कार्यालयों में दोनों डोज लेने वाले कर्मचारियों को ऑफिस जाने की अनुमति दी है। इसके अलावा, स्कूल-कॉलेज, यूनिवर्सिटी और कोचिंग सेंटर भी बंद कर दिए गए हैं। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, स्विमिंग पूल और स्टेडियम भी बंद कर दिए गए हैं। एसी बसों में आधी ही सवारियां बिठाने के आदेश दिए गए हैं।
3. उत्तराखंड़: अब हम बात करते हैं देवभूमि पहाड़ी राज्य उत्तराखंड की, जहां बीजेपी सरकार है और पुष्कर सिंह धामी प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। उत्तराखंड़ भी सियासत के चलते काफी चर्चा में बना रहा है। यहां बीजेपी ने पांच साल पूरे होने से पहले तीन मुख्यमंत्री बदले। उत्तराखंड में भी कोरोना तेसी जे बढ़ रहा है। यहां शुक्रवार को पॉज़िटिविटी रेट 3.74 से उछलकर 5.59 प्रतिशत हो गया। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 800 से ज्यादा मामले पाए गए हैं। एक ही कॉलेज में 93 स्टूडेंट्स पॉज़िटिव पाए गए हैं।
कया लगा रखी हैं पाबंदी: उत्तराखंड सरकार ने कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमीक्रान के खतरे को देखते हुए स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने का निर्देश दिया है। राज्य के आंगनबाड़ी केंद्रों और कक्षा 12 तक के सभी शैक्षणिक संस्थान 16 जनवरी तक बंद रहेंगे। राज्य के होटल, रेस्तरां और ढाबों को केवल 50 प्रतिशत क्षमता एवं कोविड प्रोटोकॉल के तहत खोला जाएगा। वहीं, राज्य में नाईट कर्फ्यू रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा।
4, गोवा. अब हम बात करते हैं टूरिस्ट स्टेट गोवा की, जो कि 40 विधानासभा सीटों वाला छोटा राज्य है। पांच साल पहले चुनाव होते ही चर्चा में रहा था, कारण था कांग्रेस यहां सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन वो सरकार नहीं बना सकी। आखिर में बीजेपी ने सरकार बनाई और मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री बने। लेकिन उनका निधन हो गया और अंत में डॉ. प्रमोद सावंत को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। इन वजहों से यह राज्य भी मीडिया की खबरों में बना रहा है।
पाबंदी: कोरोना के लगातार बढ़ रहे केसेज को देखते हुए गोवा सरकार ने प्रदेश में स्कूल और कॉलेज शारीरिक सत्र के लिए बंद कर दिए गए हैं। यानी गोवा में अब बच्चे स्कूल-कॉलेज आने की जगह ऑनलाइन क्लासेज ले रहे हैं। वहीं राज्य में 11 बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू लगा है। शादी समारोह में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी है। इसके अलावा अंतिम संस्कार में केवल 20 लोगों के शामिल हो सकेंगे।
5. मणिपुर. अब पूर्वोत्तर प्रदेश मणिपुर की बता करते हैं, जहां विधनासभा की 60 सीटे हैं। यहां बीजेपी और एनपीपी, एलजेपी की सरकार है। वर्तमान में मणिपुर मुख्यमंत्री एन बीरेंद्र सिंह हैं। पांच चुनावी राज्यों में मणिपुर भले ही छोटा राज्य हो, लेकिन कोरोना ने यहां भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बता दें कि यहां 27 दिसंबर को ओमिकॉन के पहले केस की पुष्टि हुई थी। लेकिन अब यहां कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले 42 घंटे के दौरान मणिपुर में 100 से ज्यादा मरीज संक्रमित पाए गए हैं।
पांबंदी: बता दें कि राज्य सरकार ने यहां पर ओमिकॉन के पहले केस के सामने आने के बाद ही नाईट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया था, जो कि पूरे जनवरी माह रहेगा। वहीं स्कूल-कॉलेज की कक्षाएं बंद करके ऑनलाइन कर दी गई हैं। बड़े मेले और समारोह पर प्रतिबंद है।