- Home
- States
- Punjab
- पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान की वो रोचक बातें जो नहीं जानते होंगे आप, जानिए कैसे आगे बढ़ा करियर का ग्राफ
पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान की वो रोचक बातें जो नहीं जानते होंगे आप, जानिए कैसे आगे बढ़ा करियर का ग्राफ
चंडीगढ़ : भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने पंजाब (Punjab) के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़कलां में उन्होंने राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ली और जनता को भरोसा दिया कि उनकी सरकार सभी के हित में काम करेगी। भगत सिंह के सपनों को पूरा करेगी। यह पहला मौका है, जब पंजाब के किसी सीएम ने राजभवन की बजाय चंडीगढ़ से बाहर शपथ लिया है। यहां तक पहुंचना भगवंत मान के लिए इतना आसान भी नहीं था। कभी कॉमेडियन बन सभी को गुदगुदाने वाले मान ने अपनी लाइफ में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। उनकी पर्सनल लाइफ और उनसे जुड़ी कई ऐसी बाते हैं जिन्हें शायद ही कोई जानता होगा। जानिए पंजाब के नए मुख्यमंत्री की रोचक बातें..
| Published : Mar 16 2022, 02:26 PM IST / Updated: Mar 16 2022, 02:27 PM IST
- FB
- TW
- Linkdin
भगवंत मान ने अपना करियर एक कमेडियन के रूप में स्टार्ट किया था। वो अपने प्रोग्राम में राजनीति और राजनेताओं पर अक्सर व्यंग्य करते रहते थे। सिस्टम को लेकर उनके मन में बदलाव की भावना शुरू से थी। कई मौको पर उनकी बातों में ये झलकता भी था। भगवंत मान ने मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा (Kapil Sharma) के साथ द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज नाम के टीवी शो में भी भाग लिया था। इसके कई वीडियो यूट्यूब पर मौजूद हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद ये काफी सर्च भी किए जा रहे हैं।
भगवत मान और उनकी पत्नी इंद्रजीत कौर से 2015 में तलाक ले लिया था। मजे की बात यह रही कि भगवंत मान और उनकी पत्नी के बीच तलाक लेते वक्त भी संबंध मधुर रहे। वह तब एक ही कार में सवार होकर डिस्ट्रिक कोर्ट पहुंचे। वहां एक ही पेन से दोनो ने तलाक के पेपर साइन किए। दोनो ने हिंदू मैरेज एक्ट की धारा 13 बी के तहत तलाक लिया था। उनके दो बच्चे हैं। एक बेटा दिलशान 17 और बेटी सीरत कौर 21 साल की है।
भगवंत मान जब पहली बार सांसद बने थे तब भी सांसद का प्रमाण पत्र लेकर खटखड़कला ही पहुंचे थे। उन्होंने भगत सिंह के इसी गांव जाकर लोगों से कहा था कि जिस संसद भवन में भगत सिंह ने अंग्रेज़ों को जगाने के लिए बम फेंका था वहां मैं आपकी आवाज उठाता रहुंगा और सिर पर बसंती पगड़ी यानी पीली पगड़ी पहनूंगा।
भगवंत मान 16 नंबर को अपना लकी नंबर मानते हैं। क्योंकि इस दिन उनका पहला कैसेट 'गोभी दीए कच्चीए व्यापारणें आई' 16 मई 1992 को रिलीज हुई थी। 16 दिसंबर 1992 को मान की कॉमेडी कैसेट 'कुल्फी गर्मा-गर्म' आई। जो काफी लोकप्रिय रही। 16 मई 2014 को ही मान पहली बार संगरूर सीट से लोकसभा सांसद चुने गए। मान की यह पहली चुनावी जीत 16वीं लोकसभा चुनाव में हुई थी। मान ने इस बार 16वीं विधानसभा के लिए CM चेहरे के तौर पर चुनाव लड़ा और उनकी पार्टी को 92 सीटें मिलीं। आज 16 मार्च को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ली।
भगवंत मान सांसद बनने के बाद भी किराए के मकान पर रहते हैं। उनकी माता हरपाल कौर और बहन मनप्रीत कौर भी उनके साथ रहती है। पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान मूल रूप से संगरूर जिले के ड्रीम लैंड कॉलोनी के रहने वाले हैं। कई मौकों पर वे अपनी मां और बहन के साथ देखे गए हैं। शपथ ग्रहण में भी उनकी मां और बहन पहुंची। बहन मनप्रीत कौर एक स्कूल में पंजाबी शिक्षिका हैं। जब मान सात साल के थे, तब उनके छोटे भाई जिसकी उम्र पांच साल की थी उसका पेट के कैंसर से निधन हो गया था।
पंजाब में विधानसभा चुनाव में आप की जीत के साथ ही पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया। वीडियो एक पुराने कॉमेडी शो का है जिसमें मान को एक छात्र की भूमिका में नजर आ रहे हैं। वीडियो में, भगवंत मान को एक छात्र के रूप में दिखाया गया है, जिसके शिक्षक उससे पूछते हैं कि वह बड़ा होकर क्या बनना चाहता है। तो वे पंजाबी में जवाब देते हुए कहते हैं कि अगर मुझे शिक्षा मिल जाए, तो मैं एक अधिकारी बन सकता हूं। यदि नहीं, तो मैं विधायक या मंत्री बन सकता हूं।
भगवंत मान शराब पीने को लेकर कई बार विवादों में घिर चुके हैं। उनकी शराब पीने की लत को 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान काफी चर्चा में रही थी। उन्होंने जनवरी 2019 को बरनाला में एक जनसभा के दौरान अपनी मा को मंच पर लाकर उसकी सौगंध खाई थी कि वह आज के बाद कभी शराब नहीं पीएंगे।
मान ने राजनीति की शुरुआत मनप्रीत सिंह बादल की पार्टी पंजाब पीपल्स पार्टी से की थी। वह 2012 में लहरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए। इसके बाद मनप्रीत कांग्रेस में शामिल हो गए और भगवंत मान 2014 में आम आदमी पार्टी में आ गए। यहां आने के बाद मान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। पार्टी कार्यकर्ताओं समेत नेतृत्व में अच्छी पैठ बना ली। मान के बारे में कहा जाता है कि वे अपनी शैली को लेकर पहचाने जाते हैं। उनकी साफ छवि और भाषण का अंदाज ही ताकत है।
इसे भी पढ़ें-पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री बने भगवंत मान, कहा- कई जन्म में भी नहीं उतार पाऊंगा जनता का प्यार
इसे भी पढ़ें-पंजाब के नए सीएम भगवंत ने पहनी पीली पगड़ी, जानिए क्यों उन्होंने इस रंग को चुना..खुद बताया इसका राज