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जहां मां 25 साल से सफाई कर्मचारी, वहीं चीफ गेस्ट बनकर पहुंचा पंजाब का यह विधायक, इमोशनल कर देने वाला पल
चंडीगढ़ : जब कोई बेटा बड़े पद पर पहुंचकर परिवार का नाम रोशन करता है तो मां फूली नहीं समाती। गर्व से सिर ऊंचा उठ जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ है बलदेव कौर के साथ। बलदेव कौर पिछले 25 साल से जिस स्कूल में सफाई कर्मचारी हैं, उसी स्कूल में उनका बेटा जब चीफ गेस्ट बनकर पहुंचा तो उनकी आंखें भर आई। पलभर में कई साल आंखों के सामने से गुजर गए और मां के चेहरे पर बस मुस्कान थी। बात कर रहे हैं पंजाब (Punjab) में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक लाभ सिंह उगोके (Labh Singh Ugoke) की। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराकर सुर्खियों में आए उगोके एक बार फिर चर्चा में हैं। जहां उनकी मां सफाई कर्मचारी का काम करती हैं, वहीं वे फीता काटने पहुंचे। तस्वीरों में देखिए इमोशनल कर देने वाला यह पल...
| Published : Apr 06 2022, 03:31 PM IST
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लाभ सिंह उगोके उस वक्त चर्चा में आए जब उन्होंने विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को मात दी। आप के इस विधायक ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह कभी अपने ही स्कूल में चीफ गेस्ट बनकर आएगा। 22 साल बाद वह अपने स्कूल चीफ गेस्ट बनकर पहुंचे। यह वहीं स्कूल है, जहां उनकी मां बलदेव कौर 25 साल से सफाई कर्मचारी हैं।
उगोके जब स्कूल में पहुंचे तो कार्यक्रम चल रहा था। बेटा अतिथि था लेकिन मां स्कूल की साफ-सफाई में लगी रहीं।। वह बेटे के पास या उसके हो रहे सम्मान को देखने तक नहीं पहुंची। जब कार्यक्रम खत्म हो गया तब उगोके खुद अपनी मां के पास पहुंचे और उन्हें गले लगाकर फोटों खिंचवाया।
उगोके की पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल में हुई है। खुद उगोके भी छोटे होते हुए मां की मदद के लिए यहां झाड़ू लगा चुके हैं। स्कूल की तरफ से कार्यक्रम के लिए इन्हें आमंत्रित किया गया था। विधायक लाभ सिंह की मां के लिए यह इमोशनल करने वाला पल था। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है, मुझे बहुत खुशी है। बता दें कि लाभ सिंह मजदूर परिवार से आते हैं। वह मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान पर काम करते रहे हैं जबकि उनके पिता ड्राइवर और माता सरकारी स्कूल में सफाई कर्मचारी हैं।
इस दौरान जब लाभ सिंह से उनके इस अनुभव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि क्या हुआ अगर मैं एक विधायक हूं। जब मैं छोटा था तब मेरी मां की कमाई परिवार के लिए आय का एक बड़ा स्रोत थी। उसकी जो भी कमाई थी, उससे ही घर चला है। अब, मेरी मां पर उतनी आर्थिक जिम्मेदारियां नहीं हैं क्योंकि मुझे विधायक का वेतन मिलेगा और मेरी पत्नी कपड़े सिलकर कमाती है।
जब लाभ सिंह विधायक बने तो मां ने खुशी जाहिर की थी लेकिन उन्होंने साफ-सफाई का काम छोड़ने से मना कर दिया था। तब उन्होंने कहा था कि बेटा भले ही विधायक बन गया, लेकिन उनका परिवार आज भी मेहनत की कमाई से ही चलता है। वह अपना काम नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने बताया कि बड़ी कठिनाइयों और मुश्किलों से उन्होंने बेटे को पाला है।
सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) का यह विधायक एक साधारण परिवार है। उनका घर दो कमरों का है। उनकी पत्नी घरेलू महिला हैं। उनके दो बच्चे हैं। लाभ सिंह भगवंत मान के करीबी हैं। उनके पास सिर्फ 75 हजार रुपए और एक पुरानी बाइक है।
लाभ सिंह भदौड़ से चरणजीत सिंह चन्नी को 37,000 से ज्यादा वोट से हराकर विधानसभा पहुंचे हैं। उनकी उम्र 35 साल है। चुनाव से पहले उन्होंने कहा था कि वह सिस्टम बदलने की लड़ाई लड़ रहे हैं। वे किसी भी कीमत में अपना जमीर नहीं बदल सकते हैं। उनका कहना है कि वह भदौड़ का दिल्ली मॉडल की तरह विकास करेंगे।