- Home
- States
- Punjab
- पंजाब में दर्दनाक हादसा: ईद की खुशियों को लगा ग्रहण, 4 बहन-भाई समेत 6 की मौत..सुनाई दे रहीं चीखें
पंजाब में दर्दनाक हादसा: ईद की खुशियों को लगा ग्रहण, 4 बहन-भाई समेत 6 की मौत..सुनाई दे रहीं चीखें
लुधियाना (पंजाब). एक तरफ जहां कोरोना वायरस कई हंसते-खेलते परिवारों को तबाह कर रहा है, वहीं दूसरी और पंजाब के लुधियाना से दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। जहां एक ही घर के चार मासूम बच्चों सहित 6 की तलाब में डूबने से मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि मारे गए सभी बच्चे 10 साल से कम उम्र के थे। वहीं उनको बचाने के लिए पानी में गए 22 वर्षीय युवक की भी डूबने से जान चली गई। मारे गए एक बच्चे के घर ईद खुशियां मनाई जा रही थीं, माता-पिता बच्चे के घर आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन जब उसकी मौत की खबर मिली तो यह मंजर बड़ा ही दर्दनाक था।
| Published : May 15 2021, 11:22 AM IST / Updated: May 15 2021, 11:52 AM IST
- FB
- TW
- Linkdin
दरअसल, यह दर्दनाक हादसा लुधियाना के मानगढ़ में शुक्रवार शाम में हुआ है। जब एक ही परिवार के चार बच्चे और एक पड़ोस में रहने वाला बच्चा तालाब के किनारे खेल रहे थे। इसी दौरान वह तलाब में नहाने लगे और एक बच्चा देखते ही देखते पानी में डूबने लगा। उसे बचाने के लिए 4 बच्चे भी गहरे पानी में चले गए, लेकिन वह भी नहीं बच सके। इसी बची बच्चों की चीखने-चिल्लाने की आवाज एक 22 साल के युवक को सुनाई दी, उसने आनन-फानन में छलांग लगा दी, लेकिन उसकी भी मौत हो गई।
मरने वाले बच्चों में 4 सगे भाई बहन थे। इनमें मोनू (6), लक्ष्मी (11), आरती (3) तथा प्रिया (8) शामिल हैं। यह सभी बच्चे प्रवासी मजदूरों के थे, जो कि मूलरूप से लखनऊ के गांव रेहटां के रहने वाले थे। वहीं पांचवां बच्चा कलीम (10) था। वह भी यूपी के हरदोई जिले के शंडीला गांव का रहने वाला था। जबकि इन बच्चों को बचाने की कोशिश में डूबने वाले युवक की पहचान 22 साल के राहुल के रूप में हुई है। जो कि लुधियाना के मानगढ़ गांव का रहने वाला था।
इस घटना से पूरे गांव में कोहराम मच गया और भारी संख्या में गांव के लोग तालाब किनारे जमा हो गए। वहीं पीड़ित परिवार के लोग भी चीखते ही वहां पहुंच गए। बच्चों की मां तलाब में छलांग लगाने लगीं, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया। कुछ देर बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू टीम ने गोताखोरों की मदद से 4 बच्चों समेत युवक का शव बाहर निकाल लिया। लेकिन अब तक बच्चे का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह में भेज दिए हैं।
गांव के लोगों ने बताया कि चारों बच्चे संजय नाम के युवक के थे। वह बहुत ही मिलनसार था, वह मानगढ़ में मजदूरी करता है। उसके बच्चों खूब मस्ती करते थे, लेकिन अब इस आंगन में मातम की चीखें सुनाई दे रही हैं। उसके चारों बच्चे अब इस दुनिया में नहीं रहे। वहीं दूसरी तरफ ईद का त्योहार मनाने की तैयारी में जुटे कालिम के परिवार पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उन्होंने ईद का त्योहार मनाने के लिए बच्चे को सामान लाने भेजा था लेकिन बच्चे की मौत से परिवार शोक में डूब गया है।
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू टीम ने गोताखोरों की मदद से 4 बच्चों समेत युवक का शव बाहर निकाल लिया। लेकिन अब तक बच्चे का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह में भेज दिए हैं।
इतना ही नहीं सूचना मिलते ही ज्वाइंट कमिश्नर सचिन गुप्ता, एडीसीपी जसकिरण जीत सिंह तेजा, एसीपी सिमरनजीत सिंह, कूमकलां थाने के प्रभारी हर्षपाल के साथ मौके पर पहुंचे। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घटना पर गहरा शोक जताते हुए मृतक बच्चों के परिवारों को 50-50 हजार रुपए की मदद का एलान किया है।