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बहुओं की ड्राइवर से दोस्ती ने मिटवा दी पूरी फैमिली, एक बेटे ने बिछाईं 4 लाशें, दूजे ने हत्यारे भाई को मार डाला
तरनतारन, पंजाब. बुधवार 24 जून की रात तरनतारन जिले के कैरो गांव में ड्रग्स तस्कर और उसकी दो बहुओं सहित ड्राइवर की हत्या का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 4 मर्डर ड्रग्स तस्कर के बेटे ने किए थे। वहीं, उसके छोटे बेटे ने हत्यारे बड़े भाई को मार डाला। ड्रग्स तस्कर के 4 बेटे हैं(मझले बेटे की मौत)। इसमें से दो की शादियां हो चुकी थीं। बता दें कि 55 वर्षीय बृजलाल धत्तू(तस्वीर में दिखाई दे रहा), उसके एक बेटे के अलावा दो बहुओं और ड्राइवर की लाशें मिलीं थीं। यह फैमिली पिछले 20 साल से ड्रग्स तस्करी में लिप्त है। इसलिए पुलिस को आशंका थी कि मामला किसी तस्कर गिरोह से जुड़ा हो सकता है। वहीं, बृजलाल के बेटे भी शराब की तस्करी करते थे। लेकिन जब पड़ताल शुरू की, तो मामला कुछ और निकला। हत्यारे दलजीत(मझले बेटे) को शक था कि उसकी दोनों भाभियों के ड्राइवर से अवैध संबंध हैं। उसने नशे की हालत में अपने पिता, दोनों भाभियों और ड्राइवर का गला रेत दिया। इसके बाद वो कमरे में जाकर सो गया। जब छोटे बेटे गुरजंट ने घर में 4 लाशें बिछी देखीं, तो उसने गुस्से में बड़े भाई दलजीत को मार डाला। दोनों भाभियों के 4 बच्चे हैं। 6 साल की एक बच्ची ने मामले का खुलासा किया था। पूरा परिवार ड्रग्स तस्करी में बदनाम था...
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बता दें कि तस्वीर में दिखाई दे रहा 55 वर्षीय बृजलाल धत्तू है। 24 जून की रात बृजलाल, उसके बेटे दलजीत सिंह (28), 2 बहुओं जसप्रीत कौर उर्फ जस्स (28) पत्नी बख्शीश सिंह, अमनदीप कौर (26) पत्नी परमजीत और ड्राइवर गुरसाहिब सिंह साबा (35) की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। एसपी डी जगजीत सिंह के अनुसार बृजलाल का पूरा परिवार ड्रग्स तस्कर में लिप्त था। इनके खिलाफ पट्टी, तरनतारन और अमृतसर में एनडीपीएस व एक्साइज एक्ट के तहत 48 से ज्यादा केस दर्ज हैं। बृजलाल की पत्नी भी इस धंधे से जुड़ी हुई थी। उसकी 22 मई को जेल में मौत हो गई थी। एक मामले में उसे सजा हुई थी। जांच में सामने आया कि दलजीत को शक था कि उसकी भाभियों के ड्राइवर से अवैध संबंध हैं। पुलिस के अनुसार बृजलाल के बेटे भी ड्रग्स लेते थे। घटनावाले दिन दलजीत नशा किए हुए थे। उसने पिता, भाभियों और ड्राइवर को का गला रेत दिया। जब घर में 4 लाशें पड़ीं देखीं, तो सबसे छोटे बेटे गुरजंट को गुस्सा आ गया। उसने दलजीत को मार डाला।
25 जून की सुबह इस हत्याकांड का खुलासा हुआ था। घर में जब यह खूनी खेल चल रहा था, तब परिवार के 4 बच्चे भी मौजूद थे। सबसे पहले 6 साल की बच्ची ने पड़ोस में घटना के बारे में बताया था। बच्ची ने बताया था कि उसके चाचू ने सबको मार डाला। पुलिस ने आरोपी गुरजंट को अरेस्ट कर लिया है। उसने भी गुनाह कबूल कर लिया है।
पुलिस ने जब गुरजंट को पकड़ा, वो नशे की हालत में घूम रहा था। जांच में यह बात भी सामने आई कि परिवार में बंटवारे को लेकर भी झगड़ होता रहता था। गुरजंट ने बताया कि रात करीब 11.30 बजे परिवार में झगड़ा हुआ था। जब नौबत मारपीट की आई, तो पिता ने ड्राइवर गुरसाहिब को फोन करके बुला लिया था। दलजीत ड्राइवर को पसंद नहीं करता था। उसे देखकर वो आग बबूला हो गया और 4 लाशें बिछा दीं।
बृजलाल की पोती परी घटना के बाद से बेहद डरी हुई है। पुलिस को जानकारी देते समय उसकी जुबान लड़खड़ा रही थी। (घटनास्थल पर पुलिस अधिकारी)
जांच में सामने आया कि बृजलाल के दोनों पैर बीमारी से खराब हो चुके थे। उसमें खड़े होने तक की ताकत नहीं बची थी। बताते हैं कि बृजलाल ने 15 दिन पहले अपने दो बेटो बख्शीश सिंह और परमजीत को तरनतारन के एक प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया था। इस परिवार से पड़ोसी खुश नहीं थे।
पड़ोसी निशान सिंह ने बताया कि सुबह परी उनके घर आई और घटना के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया।